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कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों को जल्द ही जिले में लैपटाप बांटे जाएंगे। शासन स्तर इसके लिए बजट आवंटित हो गया है। इसी के आधार पर तैयारियाें में जुट गए हैं। पहले चरण में करीब 50 लैपटाप बांटनें के लिए बजट आया है।
कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों को जल्द ही जिले में लैपटाप बांटे जाएंगे।
अलीगढ़, कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों को जल्द ही जिले में लैपटाप बांटे जाएंगे। शासन स्तर इसके लिए बजट आवंटित हो गया है। इसी के आधार पर तैयारियाें में जुट गए हैं। पहले चरण में करीब 50 लैपटाप बांटनें के लिए बजट आया है। जल्द ही इसके लिए कार्यक्रम निधारित हो सकता है। नौंवी से 12वीं तक पढ़ाई करने वाले छात्रों को लैपटाप बांटने का फैसला हुआ है। इसके पीछे सरकार का मकसद इन छात्रों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना है।
कोरोना में तमाम बच्चों से छूटा अपनों का साथ
जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह ने बताया कि कोरोना की पहली व दूसरी लहर में तमाम बच्चों से अपनों का साथ छूट गया। पिछले दिनों सरकार ने सूबे के सभी जिलों में सर्वे कराया था। इसमें जिले में कोरोना से प्रभावित 76 बच्चों का चयन हुआ। इनमें 39 बालिकाएं एवं 37 बालक शामिल हैं। 71 बच्चों के माता-पिता में से किसी की जान गई है। वहीं, पांच बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं। सरकार ने पिछले दिनों इन मासूम की मदद के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है। इसके तहत 18 साल तक के बच्चों को चार हजार रुपये प्रति महीने के हिसाब से धनराशि दी जा रही है। वहीं, शिक्षा के लिए भी घोषणा हुई है। इसमें बालकों को अटल आवासीय विद्यालय व बालिकाओं को कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही बालिकाओं के शादी योग्य होने पर विवाह के लिए 1 लाख 1 हजार रूपये की सहायता राशि भी दी जाएगी। वहीं, कक्षा 9 या इससे ऊपर की कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों को लैपटाप या टेबलेट बांटे जाएंगे। शासन स्तर से अब इसकी तैयारी शुरू हो गई है। सरकार का इसके पीछे मकसद है कि सभी आत्मविश्वास से आगे बढ़ें और खूब पढ़ें। इसके लिए प्रदेश सरकार हर कदम पर उनके साथ खड़ी है। जिले में करीब 50 लैपटाप बांटे जाएंगे। इसके लिए जल्द ही कार्यक्रम तय हो जाएगा। शासन के निर्देश पर ही इनकी खरीद होगी।