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आबकारी अधिकारियों का कहना है कि प्रयागराज जिले में करीब 100 भांग की दुकान है जिनको विभाग की ओर से लाइसेंस मिला हुआ है। अगर पुलिस की थ्योरी सही है तो अधिकांश दुकानों की आड़ में गांजा की बिक्री होती है।
प्रयागराज में लाइसेंसी भांग की दुकानों में गांजा की बिक्री की जाती है।
प्रयागराज, प्रयागराज जनपद में गांजा तस्करी बढ़ गई है। गांजा तस्करों का नेटवर्क शहर में तगड़ा है। वे गांजा बेचने के लिए इसी नेटवर्क का प्रयोग करते हैं। गांजा की बिक्री के लिए महफूज स्थान है लाइसेंसी भांग की दुकान। जी हां, इन्हीं भांग की दुकानों से गांजा की सप्लाई पुडि़यों में की जाती है। इस नशा के शौकीन इसे खरीदने के लिए भांग की दुकानों पर पहुंचते हैं। गांजा तस्करी का भांग की दुकान होने का कारण भी है। भांग का लाइसेंस होने के कारण सहसा पुलिस भी इससे अनजान रहती है।
जिले में 100 लाइसेंसी भांग की दुकानें हैं
आबकारी अधिकारियों का कहना है कि जिले में करीब 100 भांग की दुकान है, जिनको विभाग की ओर से लाइसेंस मिला हुआ है। अगर पुलिस की थ्योरी सही है तो अधिकांश दुकानों की आड़ में गांजा की बिक्री होती है। तगड़ी मुखबिरी होने पर ऐसा करने वालों को पकड़ा जाता है, वरना इनका धंधा जोरों पर रहता है। पूर्व में पुलिस को पता चला था कि राजापुर, मुट्ठीगंज, कटघर, अतरसुइया, कटरा, खुल्दाबाद, दारागंज, चौक, कीडगंज, लीडर रोड, सिविल लाइंस हनुमान मंदिर के पास, मेडिकल चौराहा, शिवकुटी सहित कई स्थानों पर भांग दुकान की आड़ में गांजा बिक रहा है। इन पर भी पुलिस की नजर है।
दो किलो गांजा के साथ दो पकड़े गए
काफी समय से भांग की दुकान की आड़ में गांजा बेच रहे रमेश और प्रदीप केशरी गत दिनों प्रयागराज पुलिस के हत्थे चढ़ गए। उनके कब्जे से दो किलो से अधिक गांजा बरामद हुआ है। पूछताछ में पता चला है कि शहर में गांजा तस्करों का जाल फैला हुआ है। तस्करी में कतिपय भांग दुकानदारों, आबकारी कर्मचारियों की संलिप्तता की भी आशंका है, जिसकी जांच हो रही है। जल्द ही कुछ और लोगों के भी पकड़े जाने की बात कही जा रही है।
गिरफ्तार आरोपित रमेश कौशांबी जिले के पइंसा मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के बंबूपुर गांव का और प्रदीप केशरी मीरजापुर के कटरा लालडिग्गी गांव का रहने वाले हैं। दोनों शहर में किराए पर कमरा लेकर रहते थे।
भांग की दुकान पर गांजा बेचने की इशारे से होती है डीलिंग
एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि शनिवार को औद्योगिक क्षेत्र से 48 किलोग्राम गांजा के साथ संदीप जायसवाल और सूबेदार प्रजापति को गिरफ्तार किया गया था। कड़ाई से पूछताछ में आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित तमाम भांग दुकान से जुड़े लोगों तक इसकी सप्लाई करते हैं। सुराग मिलने के बाद रात में सिविल लाइंस और कैंट थाना क्षेत्र में कई जगह दबिश दी गई। कुछ संदिग्ध युवकों को पूछताछ के लिए उठाया गया। फिर रविवार को हाईकोर्ट पानी टंकी चौराहे के पास से रमेश और चौफटका से प्रदीप केशरी को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी क्राइम का कहना है कि भांग दुकान पर पहुंचे किसी व्यक्ति को अगर गांजे की आवश्यकता होती है तो उसका सेल्समैन आसपास मौजूद शख्स की ओर इशारा करते बता देते थे। गिरफ्तार अभियुक्त भांग की दुकान की आड़ में ही लंबे समय से गांजा बेच रहे थे