मेरठ में कर्मचारियों ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन के बाद सीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा

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RGA न्यूज़

 मेरठ में सोमवार को संघ के पश्चिमांचल पदाधिकारी कवितेंद्र बच्चन ने बताया कि शासन स्तर पर अपर मुख्य सचिव ऊर्जा के साथ संघ प्रतिनिधियों की बातचीत के बाद भी कोई समाधान अभी नहीं निकला है। मांगें पुन दोहराई हैं।

विद्युत टेक्नीशियनों के संघ ने सोमवार को मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

मेरठ, उत्तर प्रदेश के समस्त ऊर्जा निगमों के अंतर्गत तैनात टेक्नीशियन कर्मियों का प्रतिनिधित्व करने वाले कैडर संघ-राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ के बैनर तले टेक्नीशियनों ने सोमवार को सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष बृजेश कुमार त्रिपाठी व केंद्रीय महासचिव मोहम्मद वसीम द्वारा समस्त ऊर्जा निगम के मुख्यालय शक्ति भवन के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर ऊर्जा प्रबंधन का ध्यानाकर्षण कराया गया।

समाधान के लिए प्रयासरत

संघ के जिला अध्यक्ष सुमित पाल ने बताया कि संघ विगत एक वर्ष से प्रदेश के टेक्नीशियन कर्मियों की मूलभूत मांगों व समस्याओं के समाधान हेतु प्रयासरत है,जिस के क्रम में फरवरी माह से प्रांत व्यापी चरणबद्ध आंदोलन प्रारंभ किया गया था, जिसके सप्तम चरण उपरांत ऊर्जा मंत्री द्वारा हस्तक्षेप किए जाने पर समस्त समस्याओं का समाधान कराए जाने के आश्वासन दिए जाने के उपरांत आंदोलन स्थगित किया गया था। उन्होंने बताया कि आंदोलन स्थगन के पश्चात दो बार प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की अध्यक्षता में ऊर्जा प्रबंधन व संघ प्रतिनिधि मंडल के मध्य तीन अप्रैल 2021 व 17 अगस्त 2021 को द्विपक्षीय वार्ताओं में संवर्ग की समस्याओं/ मांगों के संबंध में आम सहमति भी बनी थी।

 

दो साल से मांगें लंबित

संघ के पश्चिमांचल पदाधिकारी कवितेंद्र बच्चन ने बताया कि शासन स्तर पर भी 29 जुलाई 2021, 12 अगस्त 2021 व पांच सितंबर 2021 को अपर मुख्य सचिव ऊर्जा के साथ संघ प्रतिनिधियों की संपन्न वार्ताओं में भी उक्त मांगों/ समस्याओं के समाधान के संबंध में आम सहमति बनी थी,किंतु प्रबंधन,शासन की मंशा के विरुद्ध ऊर्जा क्षेत्र में औद्योगिक अशांति को उत्पन्न कर रहा है। इससे पूर्व दिनांक 24 अगस्त 2019 की प्रबंधन से वार्ता एवं समझौता भी दो वर्षों से लंबित ही है और सहमति के अनुसार प्रबंधन कार्यवाही नहीं कर रहा है।

प्रबंधन का रवैया सही नहीं

संघ के जिला पदाधिकारी अमरदीप सिंह ने बताया कि शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन द्वारा लगातार अपने तकनीकी कर्मियों की जायज मांगों व समस्याओं के प्रति उदासीनता दिखाई जा रही है। उनका कहना था कि प्रबंधन का इस प्रकार का रवैया न तो कर्मचारी हित में है न हीं उद्योग हित में है, और ना ही प्रदेश हित में है। जिला सचिव कपिल देव गौतम ने बताया कि प्रबंधन की हठधर्मिता व अन्यायपूर्ण नीति के कारण संवर्ग में अत्यंत रोष व्याप्त है।

यह भी बताया

उन्होंने बताया कि संघ सदैव शांति पूर्ण रुप से द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से संवर्ग की जायज मांगों /समस्याओं निवारण चाहता है परंतु प्रबंधन द्वारा विभिन्न द्विपक्षीय वार्ताओं के उपरांत उनके द्वारा कार्यवाही का क्रियान्वयन किए जाने के बजाय साल भर से परीक्षण के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि यदि शीघ्र ही ऊर्जा प्रबंधन द्वारा अपनी हठधर्मिता छोड़कर पूर्व में बनी सहमति के अनुसार परिणामी आदेश जारी नहीं किए जाते हैं तो आंदोलन के अग्रिम/ चरणों कार्यक्रमों का आयोजित किया जाना संघ की बाध्यता होगी जिसके फलस्वरूप उत्पन्न होने वाली किसी भी प्रकार की औद्योगिक अशांति व टकराव की स्थिति के लिए सिर्फ और सिर्फ और शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन जिम्मेदार होगा।

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