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RGA न्यूज़
बदायूं जिले के थाना बिसौली के चार गांव साइबर ठगी के लिए बदनाम हैं। लेकिन अब साइबर ठगों का नेटवर्क जिले के अन्य थाना क्षेत्रों में भी खुलकर सामने आ रहा है। इसमें इस्लामनगर के कई ऐसे गांव बताए जा रहे हैं।
यूपी के इन गांवों में भी चल रही खातों की किराएदारी, खुल रहा साइबर ठगाें का नेटवर्क
बरेली, बदायूं जिले के थाना बिसौली के चार गांव साइबर ठगी के लिए बदनाम हैं। लेकिन अब साइबर ठगों का नेटवर्क जिले के अन्य थाना क्षेत्रों में भी खुलकर सामने आ रहा है। इसमें इस्लामनगर के कई ऐसे गांव बताए जा रहे हैं जिनमें ठगी के लिए खाते किराएदारी पर उठाए गए हैं। हाल ही में यहां से हरियाणा पुलिस ने एक गिरफ्तारी भी की है। इसके बाद जिले की पुलिस अलर्ट हो गई है। ऐसे लोगों को चिन्हित करने की प्रक्रिया की जा रही है
आठ अक्टूबर को जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव परेला से एक अपहरण की सूचना आई थी। मामले का संज्ञान लेने पर उच्चाधिकारियों को पता चला कि यह हरियाणा पुलिस थी, जो यहां से साइबर ठगी में शामिल एक युवक को ले गई है। बाद में जानकारी मिली हरियाणा पुलिस परेला से ही नहीं बल्कि इस्लामनगर से भी एक युवक को ले गई है। बाद में परेला के युवक को छोड़ दिया गया लेकिन इस्लामनगर के युवक को नहीं
बताया गया कि हरियाणा में हुई साइबर ठगी मामले में इस्लामनगर के खातों का उपयोग किया गया था। यह खाते इस्लामनगर के युवक ने बरेली के धंतिया के युवक के कहने पर किराए पर लिए थे। बाद में पैसे लेनदेन का विवाद हुआ और हरियाणा पुलिस इस्लाम नगर तक पहुंच गई। इसके बाद जिले की पुलिस को स्थानीय लोगों से इनपुट मिला कि इस्लामनगर क्षेत्र के कई गांवों में एक विशेष समुदाय के कई लोग इस धंधे में शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि बीते दो सालों से क्षेत्र के गांवों में दिल्ली और दिल्ली एनसीआर क्षेत्र की गाड़ियों के आने जाने का सिलसिला बढ़ा है। बताते हैं कि यहां आने वाले लोग एक दिन रुकते हैं, इसके बाद संबंधित व्यक्ति को बैंक ले जाते हैं, इसके बाद उन्हें छोड़कर लौट जाते हैं
बदल रहा रहन सहन
इस्लामनगर के अलावा वजीरगंज के कुछ गांव भी इसमें शामिल बताए जा रहे हैं। साइबर ठगी के लिए खाते किराए पर उठाने वाले लोगों के नाम तो अब तक स्पष्ट नहीं हुए हैं, लेकिन क्षेत्र में उन लोगों के रहन सहन में आए बदलाव के बारे में चर्चा जोरों पर हैं। लोग बताते हैं कि जो लोग बीते दो साल पहले तक परेशान रहते थे वह अब महंगे मोबाइल और बाइक से घूमने लगे हैं।
खुफिया तंत्र हुआ सक्रिय
साइबर ठगी के मामले से इस्लामनगर का नाम जुड़ने के बाद जिले का खुफिया तंत्र भी सक्रिय हाे गया है। हाल ही में जिन लोगों के रहन सहन में बदलाव आया है, ऐसे लोगों की सूची तैयार हो रही है। समय आने पर ऐसे लोगों के खातों की जांच भी कराई जा सकती है।
हरियाणा पुलिस जिन लोगों को पकड़ ले गई थी, उनमें से एक को छोड़ दिया गया है। इस्लामनगर का युवक अभी नहीं छोड़ा गया है। साइबर ठगी के मामले से जिले के जिन गांवों के नाम जुड़े हैं, उनकी गहनता से जांच कराई जा रही है। हालांकि इनके द्वारा अब तक जिले में कोई घटना कारित करना नहीं पाया गया है।