थम नहीं रहा आगरा में डेंगू और बुखार का कहर, छह और मौतें हुईं रिपोर्ट

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RGA न्यूज़

आगरा जनपद के ग्रामीण अंचल में स्थिति है ज्‍यादा खराब विभिन्न अस्पतालों में भर्ती मरीज। शनिवार को हुई मौत में दो बच्चे शामिल। एसएन मेडिकल कॉलेज में बैड भर चुके। प्राइवेट अस्‍पतालों में भी जगह नहीं। गांवों में झोलाछाप का इलाज कर रहा और ज्‍यादा हालात खराब।

आगरा में बुखार और डेंगू बच्‍चों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।

आगरा, बुखार और डेंगू से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। सबसे खराब स्थिति आगरा जनपद के ग्रामीण अंचल में है। यहां बुखार से पिछले 24 घंटे में छह मौत हो चुकी हैं, इसमें दो बच्चे शामिल हैं। अछनेरा के बस्तई गांव में कई लोग बीमार हैं। उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

डौकी के एत्मादपुर मदरा निवासी लेखराज के 17 वर्षीय बेटे पंकज को तीन दिन पहले बुखार आया था। स्वजन ने गांव में ही इलाज कराया। शनिवार को हालत बिगडऩे पर आगरा ले जा रहे थे। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। इकतरा निवासी इकराम के छह वर्षीय बेटे रहमान को भी तीन दिन से बुखार था। शुक्रवार रात उपचार के दौरान रहमान ने शहर के अस्पताल में दम तोड़ दिया। दोनों के स्वजन डेंगू से मौत बता रहे हैं। नगरिया निवासी 57 वर्षीय हरी सिंह को पांच दिन पहले बुखार आया था। स्वजन ने दो दिन झोलाछाप से इलाज कराया। तबीयत बिगडऩे पर शहर के अस्पताल में इलाज चल रहा था। शनिवार शाम हरी सिंह की मौत हो गई

अछनेरा के बस्तई निवासी रूप सिंह के 18 वर्षीय बेटे रामप्रकाश को पांच दिन से बुखार था। शुक्रवार को हास्पिटल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। स्वजन ने बताया कि डाक्टरों ने उसे डेंगू बताया था। बस्तई गांव में वंकेश पुत्र रूप सिंह, बिट्टू, हरेश, पूजा समेत दर्जन भर से अधिक लोग बीमार हैं। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

बरहन के अशोक नगर निवासी मनोज कुशवाहा के सात माह के बेटे कुशाल उर्फ गोलू को चार दिन से बुखार था। स्वजन आवंलखेड़ा के झोलाछाप से इलाज करा रहे थे। शनिवार को हालत बिगडऩे पर स्वजन कुशाल को आगरा ले जा रहे थे, रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। बरहन क्षेत्र में बुखार से अब तक 18 की मौत 

बिचपुरी ब्लाक में बुखार से बुरा हाल है। 4 दिन में 4 लोगों की मौत हो चुकी है।शनिवार को 11 वर्षीय सिमरन ने दम तोड़ दिया है। पूर्व प्रधान कृपाल सिंह ने बताया कि गांव में आए दिन हो रही मौतों से ग्रामीण सदमे में हैं। उन्होंने गांव में चिकित्सा शिविर लगाने की मांग की है। इधर, बिचपुरी सीएचसी अधीक्षक केके शर्मा ने बताया कि लड़ामदा में डेंगू से किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। रविवार को गांव में जाकर जांच कराएंगे।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े अलग

ग्रामीण अंचल में हो रही मौत से अनभिज्ञ स्वास्थ्य विभाग डेंगू के शनिवार को आगरा में पांच मामले बता रहा है। एक मथुरा व एक इटावा में डेंगू का मरीज मिला है। शनिवार को पांच मरीजों को भर्ती किया गया, चार लोग स्वस्थ होकर अपने घर गए। हाल ये है कि सरकारी अस्‍पताल में एक बैड पर दो मरीज लेटे हैं, यहां तक बेंंचें भी खाली नहीं रही हैं। उसके बावजूद असल स्थिति को छिपाया जा रहा है।

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