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अलीगढ़ पिसावा के गांव प्रेमपुर में भाकियू के जिलाध्यक्ष ओपी कमांडो को पुलिस ने नजरबंद कर लिया गया है। गांव में रेल रोको आंदोलन को लेकर किसानों की पंचायत जारी है। पिसावा खैर पुलिस मौके पर मौजूद है।
पिसावा के गांव प्रेमपुर में भाकियू के जिलाध्यक्ष ओपी कमांडो को पुलिस ने नजरबंद कर लिया गया है
अलीगढ़। पिसावा के गांव प्रेमपुर में भाकियू के जिलाध्यक्ष ओपी कमांडो को पुलिस ने नजरबंद कर लिया गया है। गांव में रेल रोको आंदोलन को लेकर किसानों की पंचायत जारी है। पिसावा, खैर पुलिस मौके पर मौजूद है।
किसान नेताओं को आवासों में किया गया नजरबंद
पुलिस द्वारा रविवार की देर शाम से ही किसान नेताओं को उनके आवासों पर नजरबंद कर लिया गया था। इस क्रम में भाकियू के जिलाध्यक्ष ओपी कमांडो पुलिस की नजरबंदी से बचने के लिए गांव प्रेमपुर के एक किसान के आवास पर रुके हुए थे। जिससे पुलिस में हड़कंप मचा हुआ था, पूरी रात इधर उधर तलाशी के बाद पुलिस को कमांडो के प्रेमपुर में होने की जानकारी मिली। जिस पर खैर इंस्पेक्टर प्रवेश कुमार, थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह भदौरिया मय फोर्स गांव में पहुंच गए और ओपी कमांडो को नजरबंद कर लिया गया। इसी दौरान गांव के किसान भी मौके पर पहुंच गए और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने को लेकर बैठक का दौर जा रही है। पुलिस भी किसानों को समझाने में जुटी हुई है। इसके अलावा गांव डेटा खुर्द में रविवार की देर शाम तहसील अध्यक्ष वीरकरण सिंह तथा भाकियू के पूर्व तहसील अध्यक्ष गुलजार सिंह बापू को भी पुलिस ने उनके आवास पर नजरबंद कर लिया गया था। सोमवार की सुबह एसडीएम गभाना प्रवीण यादव ने तहसील अध्यक्ष के आवास पर पहुंचे जिन्हें किसानों ने कृषि कानूनों के वापस लेने, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने व बारिश से फसल को हुए नुकसान की जांच कर मुआवजा दिलाए जाने की मांग का एक ज्ञापन सौंपा गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा का प्रदर्शन
लखीमपुर खीरी प्रकरण को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर सोमवार को रेल रोको अभियान के तहत किसानों ने स्टेशन पहुंचकर प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन ( स्वराज गुट ) के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा के नेतृत्व में किसानों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया।
किसानो ने सौंपा ज्ञापन
कुछ किसान नेता कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी यात्री बनकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म दो पर पहुंच गए। फिर रेलवे ट्रैक पर पहुंच कर प्रदर्शन करने लगे । किसी तरह पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को समझाया। इसके बाद ज्ञापन सौंपकर किसानों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया।