कुदरत की मार से खून के आंसू रो रहे किसान, बारिश से हुआ खेती का बुरा हाल

harshita's picture

RGA न्यूज़

गली-मुहल्ले से लेकर खेत-खलिहान जलमग्न फसल को सुखाते-बीनते हुए बीत

कुदरत की मार से खून के आंसू रो रहे किसान

आगरा। कुदरत की मार से किसान खून के आंसू रो रहे हैं। रविवार देरशाम से शुरू हुई बारिश सोमवार को दिन भर जारी रही। इससे गली-मुहल्लों से लेकर खेत-खलिहान तक जलमग्न हो गए। खेतों में पककर तैयार खड़ी बाजरा, धान और उड़द की फसल खेतों में ही बिछ गई। बाजरा को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। इसकी बाली टूटकर खेतों में ही बिखर गई है। सरसों और आलू की रोपाई कर चुके किसान भी बर्बाद हो गए हैं। उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है। अब उन्हें दोबारा रोपाई करनी पड़ेगी। किसानों ने प्रशासन से आकलन कर नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। सोमवार सुबह होते ही किसान अपने-अपने खेतों की ओर दौड़ पड़े। दिन भर बारिश में भीगते किसान अपनी फसल को साफ कर एकत्रित करते रहे।

News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.