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RGA न्यूज़
मिड डे मील समन्वयक ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप स्कूलों में तैनात रसोइया 90 फीसद महिलाएं हैं उन्हें प्राथमिकता दी गई है जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं। जनपद में करीब दस हजार रसोइया हैं। सभी को नवीन पोषण प्रशिक्षण फिल्म दिखाई जाएगी।
प्रयागराज के परिषदीय स्कूलों के 10 हजार रसोइयों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रयागराज, यूपी के परिषदीय स्कूलों में बंटने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास हो रहा हैं। प्रदेशभर के स्कूलों में तैनात करीब चार लाख रसोइयों को अब मध्याह्न भोजन में पोषण तत्व बढ़ाने, स्वच्छता अपनाने व विद्यार्थियों के साथ किए जाने वाले व्यवहार को बेहतर करने व रसोई में सुरक्षा इंतजाम संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रयागराज के स्कूलों में 10 हजार रसोइयां है
मिड डे मील समन्वयक राजीव त्रिपाठी ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप स्कूलों में तैनात रसोइया 90 फीसद महिलाएं हैं। उन लोगों को प्राथमिकता दी गई है जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं। जनपद में करीब 10 हजार रसोइया हैं। सभी को नवीन पोषण प्रशिक्षण फिल्म दिखाई जाएगी। 45 मिनट की इस फिल्म में बताया जाएगा कि सब्जियों को बनाने से पहले किस तरह धोएं। उन्हें कैसे काटें की पोषक तत्व अधिकार
रसोइयाें को नवीन पोषण प्रशिक्षण फिल्म भी दिखाई जाएगी
यदि स्कूलों में पोषण वाटिका है तो वहां की सब्जियों का प्रयोग कैसे बेहतर ढंग से कर सकते हैं। तोड़ने, काटने से लेकर पकाने तक के तौर तरीके समझाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त रसोई में किस तरह से स्वच्छता रखी जाए। भोजन पकाने से पहले हाथ धुलने आदि की तरफ भी ध्यान आकर्षित कराया जाएगा। रसोई घर में गैस चूल्हा और सिलेंडर के साथ अपनाई जाने वाली सावधानियों को भी बताया जाएगा। यह प्रशिक्षण सभी को दिसंबर तक पूरा कर लेना होगा। मिड डे मील समन्वयक ने बताया कि नवीन पोषण प्रशिक्षण फिल्म दिखाने के बाद रसोइयों को स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठकर प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा भी करनी होगी।
इन बिंदुओं पर आकर्षित कराया जाएगा ध्यान
सभी रसोइयों को कोविड प्रोटोकाल की जानकारी दी जाएगी। बच्चों को भी इसके प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके अतिरिक्त भोजन पकाने से पूर्व गैस, स्टोव, बर्नर, रेग्यूलेटर आदि जांचने के तरीके समझाए जाएंगे। कहा जाएगा कि भोजन परोसने से पूर्व बच्चों को हाथ जरूर धुलाएं। डायनिंगशेड व विद्यालय में बच्चों को कैसे बैठाएं, उनके साथ व्यवहार कैसे करें, टाट पट्टी का प्रयोग किस तरह हो इस पर भी चर्चा की जाएगी। भोजन पकाने में आयोडीन युक्त नमक, सीलबंद एवं एगमार्क तेल, मसालों का प्रयोग करने की हिदायत दी जाएगी। रोटी पकाने में उसे जलने से बचाने या फिर कच्ची न रहे इस तरह भी ध्यान आकर्षित कराया जाएगा।
रसाेइयों के लिए बना एप
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम संस्था की ओर से रसोइयों के प्रशिक्षण के लिए एफओएसएएफएमडीएम नामक एक विकसित किया गया है। इसे एंड्रायड फोन पर प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। एप में कुल नौ माड्यूल हैं। प्रत्येक तीन माड्यूल में जानकारी देने के साथ प्रश्नोत्तरी भी है। सभी माड्यूल और प्रश्नोत्तरी पूरा करने पर रसोइयों को सर्टीफिकेट भी दिया जाएगा।