![harshita's picture harshita's picture](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/styles/thumbnail/public/pictures/picture-2585-1622647100.jpg?itok=uOzLfLx7)
![](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/news/21_10_2021-flood_in_bareilly_22135241.jpg)
RGA न्यूज़
उत्तराखंड में तीन दिन हुई मूसलधार बारिश के बाद जिले में बहेड़ी और मीरगंज क्षेत्र के 30 से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। बुधवार को डीएम नितीश कुमार और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया।
एसडीएम और तहसीलदार को दिए बाढ़ से होने वाले नुकसान का सर्वे कर विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश
बरेली, उत्तराखंड में तीन दिन हुई मूसलधार बारिश के बाद जिले में बहेड़ी और मीरगंज क्षेत्र के 30 से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। बुधवार को डीएम नितीश कुमार और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया। उन्होंने लोगों से बातचीत कर नुकसान का हाल जाना। इसके साथ ही अधिकारियों को नुकसान का सर्वे कर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा। बाढ़ से जिले में जनहानि की सूचना नहीं है। उत्तराखंड से निकल रही किच्छा नदी बहेड़ी से जिले की सीमा में प्रवेश करती है और मीरगंज होते हुए आगे रामगंगा में मिल जाती है। पहाड़ों पर तीन दिन हुई तेज बारिश के कारण किच्छा नदी ने ही जिले को सबसे अधिक प्रभावित किया है।
नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण किनारे से कई गांवों की भूमि को काट दिया है। दोनों तहसील में इस नदी के कारण तीस से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। वहां ग्रामीणों की फसल के साथ ही उनकी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है। बुधवार को डीएम और एसएसपी ने अधिकारियों के साथ पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। सबसे पहले बहेड़ी में भारी वर्षा के कारण जल प्रवाह से प्रभावित डूडा शुमाली, कताई मिल, फिरोजपुर समेत अन्य गांवों का जायजा भी लिया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से बातचीत की और राहत व बचाव के कार्यों के संबंध में जरूरी निर्देश अफसरों को दिए।
बहगुल और नानकमत्ता जलाशयों को भी देखा : डीएम और एसएसपी बहेड़ी के बाद बहगुल और नानकमत्ता के जलाशय को देखने भी गए। उन्होंने वहां पर पानी के स्तर की जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि वहां पानी का स्तर लगातार कम हो रहा है। इन जलाशयों का संचालन यूपी सिंचाई विभाग द्वारा किया जाता है। आसपास के गांवों में बाढ़ की स्थित नहीं थी।
एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के मांगी रिपोर्ट : डीएम ने संबंधित एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार को टीमें बनाकर प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल भेजने और भारी वर्षा से हुई हानि का आकलन कर शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों को होने वाले नुकसान का सही आंकलन करने को भी कहा।
देर शाम को पहुंचे मीरगंज किनारे के गांव देखने : डीएम और एसएसपी देर शाम मीरगंज के वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने एसडीएम व तहसीलदार को नुकसान का सर्वे कराकर रिपोर्ट देने को कहा। उन्होंने मीरगंज तहसील के अम्बरपुर, पंढेरा, पांबड़िया, मिर्जापुर और अकसौरा समेत कई बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया। वहां शाही पुल के पास भूमि का अधिक कटान होने पर तटबंध बनाने के निर्देश दिए।
क्या कहते हैं अधिकारी : डीएम नितीश कुमार ने बताया कि जिले में बाढ़ से बहेड़ी और मीरगंज के करीब तीस गांव प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया है। कही भी जनहानि नहीं हुई है। फसलों व अन्य नुकसान के संबंध में सर्वे कर रिपोर्ट बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। रामगंगा में पानी बढ़ा है लेकिन वहां बाढ़ की स्थिति नहीं है।