सावधान, यूं ही करते रहे हवा मैली तो मुश्किल हो जाएगी आगरा में ट्रकों की Entry

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खतरनाक स्थिति में पहुंची वायु गुणवत्ता तो शहर में नहीं मिलेगा ट्रकों को प्रवेश। 48 घंटे तक स्थिति में सुधार नहीं होने पर उठाए जाएंगे आवश्यक कदम। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक्शन प्लान के अनुसार काम करन

48 घंटे तक स्थिति में सुधार नहीं होने पर उठाए जाएंगे आवश्यक कदम।

आगरा। ताजनगरी में सोमवार को वायु गुणवत्ता बहुत खराब स्थिति में पहुंच गई। वायु गुणवत्ता अगर 48 घंटे तक खतरनाक स्थिति में रहती है तो यहां कई पाबंदियां लगा दी जाएंगी। शहर में ट्रक प्रवेश नहीं कर सकेंगे। सभी तरह के निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लग जा

उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने संबंधित विभागों को एक्शन प्लान के अनुसार कदम उठाने को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आगरा नान-अटेनमेंट सिटी में शामिल है। यहां कांप्रिहेंसिंग एक्शन प्लान फार रिड्यूसिंग एयर पोल्यूशन (सीएपी) और ग्रेडेड रिस्पोंस एक्शन प्लान (जीआरएपी) लागू हैं। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, लखनऊ के सदस्य सचिव और मुख्य पर्यावरण अधिकारी द्वारा वायु प्रदूषण बढ़ने पर संबंधित विभागों द्वारा एक्शन प्लान के अनुसार उठाए जाने वाले कदमों के लिए जिम्मेदारी व जवाबदेही तय की हुई है। आगरा में इन दिनों वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है, जिसके बाद उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने संबंधित विभागों को 48 घंटे तक वायु गुणवत्ता में सुधार न होने की स्थिति में आवश्यक कदम उठाने को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कार्रवाई हवा में घुली अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) और धूल कणों (पीएम10) की मात्रा पर निर्भर करेगी।

यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डा. विश्वनाथ शर्मा ने बताया कि वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए शहर में लग रहा जाम, खाेदकर छोड़ी गई सड़कों के साथ ही मौसम भी जिम्मेदार है

यह उठाए जाएंगे कदम

खतरनाक या आपातकाल की स्थिति

(एक्यूआइ 500 से अधिक होने या पीएम2.5 300 से अधिक होने या पीएम10 500 से अधिक होने 

-नगर निगम की सीमा में ट्रकों के प्रवेश पर रोक।-सभी निर्माण कार्य बंद करने होंगे, लेकिन मजदूरों को मजदूरी देनी हो

-सभी तरह की निर्माण सामग्री का ट्रांसपोर्टेशन बंद किया जाएगा।

- खोदाई पर रोक होगी, सड़कें भी नहीं खोदी जा सकेंगी।-बिटुमिन गर्म करने वाली अस्थायी व पोर्टेबल मशीनों पर रोक रहेगी।

- नियमित छिड़काव करना होगा। यदि पीएम10 का स्तर 700 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक होगा तो हेलीकाप्टर से छिड़काव करना हाेगा।

- अगर कहीं निर्माण सामग्री खुली पड़ी होगी तो उसे सीज किया ज

- टास्क फोर्स को अधिकार होगा कि वो स्कूलों को बंद करा सकती है।

खतरनाक स्थिति

(एक्यूआइ 400 से 500 के मध्य रहने या पीएम2.5 250 या पीएम10 430 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहने पर)

-नगर निगम की सीमा में ईंट भट्टे, हाट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रशर बंद कराने होंगे।

-पब्लिक ट्रांसपोर्ट सर्विस को बढ़ावा देना होगा।

-सड़काें की मशीनों से सफाई, पानी का छिड़काव करना होगा। 

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