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RGA news
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा भारत निर्वाचन आयोग प्रत्येक जिले की चुनावी तैयारी बारीकी से परख रहा है। इसके लिए आयोग ने प्रत्येक जिले से 12 बिंदुओं की विस्तृत सूचना मांगी है। आयोग ने जिले का भौगोलिक सूचना तंत्र (जीआइएस) मानचित्र भी मांगा
यूपी विधानसभा चुनाव की बारीकी से तैयारियां परख रहा आयोग।
लखनऊ, । वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा भारत निर्वाचन आयोग प्रत्येक जिले की चुनावी तैयारी बारीकी से परख रहा है। इसके लिए आयोग ने प्रत्येक जिले से 12 बिंदुओं की विस्तृत सूचना मांगी है। आयोग ने जिले का भौगोलिक सूचना तंत्र (जीआइएस) मानचित्र भी मांगा है। पिछले चुनाव में कितना सुरक्षाबल लगाया गया था, अपराधों की स्थिति सहित संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों की संख्या की जानकारी भी मांगी गई है। इसके अलावा सभी जिलों से उनके यहां की प्रमुख चुनौतियां और उनके समाधान के बारे में भी पूछा गया है।
आयोग ने जीआइएस मानचित्र मांगा है जो गूगल का नहीं होना चाहिए। इसमें मुख्यालय, मुख्य सड़क, नदी की सीमाएं आदि की विस्तृत जानकारी होनी चाहिए। मतदाता सूची की वर्ष 2017 से 2021 की तुलनात्मक जानकारी भी मांगी गई है। इस बार चुनाव आयोग 80 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग के साथ ही दिव्यांग मतदाताओं को उनके घर पर ही मतदान की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। इसके लिए पोस्टल बैलट टीमों की कुल संख्या की जानकारी मांगी गई है। जिले में मतदान केंद्र व मतदान अधिकारियों के साथ ही पोङ्क्षलग टीमों के लिए वाहनों की संख्या की भी जानकारी मांगी गई है
चुनाव आयोग ने प्रत्येक जिले में ईवीएम की स्थिति के अलावा आपस में सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए क्या संचार योजना बनाई गई है, इसकी भी विस्तृत जानकारी मांगी है। प्रत्येक जिले से संवेदनशील व अति संवेदनशील पोङ्क्षलग बूथों की भी जानकारी मांगी है। जिलों में लाइसेंसी हथियारों की संख्या के साथ गंभीर अपराधियों की भी जानकारी मांगी गई है। आयोग ने गैर जमानती वारंट जारी होने वाले अपराधियों की भी सूचना मांगी है। पिछले चुनाव में कितने पुलिस फोर्स की जरूरत थी, इस बार का क्या आकलन है, यह भी पूछा गया है। आयोग ने व्यय प्रबंधन की भी जानकारी मांगी है। साथ जिलों में मतदाता
कता के लिए चल रहे प्रयासों की भी सूचना मांगी है।