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विवेकानंद मेडिकल इंस्टीट्यूट में कैथ लैब कार्य करेगी। विवेकानंद मेडिकल इस्टीट्यूट (बीएमआई) पालमपुर में कैथ लैब की सुविधा जनता को मिलने जा रही है। शांता कुमार ने पालमपुर में हृदय राेग से संबंधित बड़ा अस्पताल तैयार करने की रूपरेखा बना
विवेकानंद मेडिकल इंस्टीट्यूट में कैथ लैब की सुविधा जनता को मिलने जा रही है।
पालमपुर,। विवेकानंद मेडिकल इंस्टीट्यूट में कैथ लैब कार्य करेगी। विवेकानंद मेडिकल इस्टीट्यूट (बीएमआई), पालमपुर में विवेकानंद मेडिकल रिसर्च ट्रस्ट ( वीएमआरटी) की इकाई है और यहां पर यह सुविधा जनता को मिलने जा रही है। क्षेत्र के हृदय राेगियाें का आपातकाल में अन्य राज्याें में जाना एवं रास्ते में ही मृत्यु का ग्रास बनने से दु:खी तत्कालीन प्रदेश मुख्यमंत्री शांता कुमार ने पालमपुर में हृदय राेग से संबंधित बड़ा अस्पताल तैयार करने की रूपरेखा
हालांकि अस्पताल का निर्माण जिस मकसद से किया गया था वह 30 वर्षाें बाद 15 दिसंबर काे पूरा हाेने जा रहा है। शांता कुमार के सपने काे पूराहाेने में कई बाधाएं पेश आईं हैं। क्षेत्र के हृदय राेगियाें की समस्या हल करने की गर्ज से 15 नवंबर 1992 काे तत्कालीन मुख्यमंत्री शांता कुमार ने अपाेलाे अस्पताल के आश्वासन पर इसकी आधार
शिला रख दी। विवेकानंद मेडिकल इंस्टीट्यूट लेकिन बदलते राजनीतिक हालाताें एवं राम मंदिर अयाेध्या मसले पर प्रदेश सरकार गिरा दी गई। इसके बाद प्रदेश में वीरभद्र सिंह सरकार के सत्तासीन हाेते ही टांडा में मेडिकल कालेज एवं सुपर स्पेशलिटी अस्पताल निर्माण काे हरी झंडी मिल गई। इसके बाद सरकार का सारा धन टांडा में लगा
लेकिन शांता कुमार ने अपना सपना पूरा करने के संकल्प में हार नहीं मानी और जनता से दान लेकर भव्य भवन निर्माण करवा दिया। इस दाैरान चिकित्सा क्षेत्र में बड़े घरानाें से बातचीत चलती रही, लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाई।
शांता कुमार ने ड्रीम प्राेजक्ट के तहत कायाकल्प का संचालन करके बिना रूई और बिना सूई के असाध्य राेगाें का इलाज आरंभ कर दिया। शांता कुमार के ड्रीम प्राेजेक्ट काे पूरा करने में विदेशाें से सहयाेग के साथ गरीबाें
ने भी इस हवन में आहुति डाली। यहां तक कि कई घराें में बर्तन साफ करके की गई कमाई भी शांता कुमार काे साैंप दी। इसके बावजूद भी यह अस्पताल अपने मकसद काे पूरा नहीं कर सका।
लंबे समय तक अस्पताल भवन रिक्त रहने के बाद आखिरीकार विवेकानंद ट्रस्ट से इसके संचालन का निर्णय लिया। लेकिन कुछ ही वर्षाें में इसे चिकित्सा क्षेत्र में बड़े घराने ,जेपी ग्रुप आफ अस्पताल, के हवाले कर दिया गया। जेपी ग्रुप के सहयाेग से यहां अन्य सभी सुविधाएं ताे मुहैया करवा दी गईं, लेकिन अपने मकसद काे छू नहीं सका
क्षेत्र की जनता एवं शांता कुमार के सपने काे पूरा करने के लिए विवेकानंद मेडिकल ट्रस्ट के अंतर्गत संचालित चिकित्सा की दूसरी इकाई वीएमआइ पालमपुर में बुधवार, 15 दिसंबर काे कैथलैब की स्थापना हाेगी। इसमें हृदय राेगियाें काे एंजोग्राफी, एंजोपलास्टी, ओपन हर्ट सर्जरी, पेसमेकर सहि हार्ट केयर की सभी सुविधाएं प्रदान हाेंगी।
डा. विमल दुबे
वर्तमान में अस्पताल प्रशासन अपने प्रमुख एयर कमांडर डा विमल दुबे की देखरेख में कैथलैब की स्थापना काे लेकर दिन-रात एक कर रहा है। इसमें लगभग छह करोड़ की मशीनरी स्थापित हाेगी व हृदय राेगियाें की तैनाती सहित सहायक स्टाफ भी नियुक्त किया जाएगा। डा दुबे ने बताया कि 15 दिसंबर के बाद हृदय रोग से संबंधित सभी प्रकार की आपात स्थिति में 24 घंटे सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। हृदय राेग विभाग के अध्यक्ष का जिम्मा हृदय राेग विशेषज्ञ डा देवेंद्र कुमार काे दिया गया है। उन्हाेंने बताया कि हृदय रोग विभाग प्रारंभ होने के उपरांत विवेकानंद अस्पताल पालमपुर में सभी प्रकार की बीमारियों के इलाज की व्यवस्था रहेगी। इस विभाग का आरंभ से इस इलाके की बड़ी जरूरत पूरी होगी