सांसद वरुण गांधी ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- भ्रष्टाचार के चलते अंधकार में डूब चुका है युवाओं का भविष्य

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RGAन्यूज़

पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने कहा कि राजनीति कोई जाब या धंधा नहीं है बल्कि यह सेवा का एक माध्यम है। लेकिन अफसोस अब राजनीति में भी व्यापारीकरण हो गया है। 90 प्रतिशत लोग राजनीति सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए करने लगे ह

ललौरीखेड़ा ब्लाक के दर्जन भर गांवों में जनसभाओं को किया संबोधित

बरेली पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने कहा कि राजनीति कोई जाब या धंधा नहीं है बल्कि यह सेवा का एक माध्यम है। लेकिन अफसोस अब राजनीति में भी व्यापारीकरण हो गया है। 90 प्रतिशत लोग राजनीति सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए करने लगे हैं। इस देश के लिए हमारे बड़ों ने बहुत कुर्बानियां दी हैं। हम इसे ऐसे बर्बाद होते नहीं देख सकते। एक साल में 700 किसान सड़क पर शहीद हो गये। भ्रष्टाचार के चलते परीक्षाओं, रोज़गार, कारोबार के नाम पर लाखों करोड़ों लोगों का भविष्य अंधकार में डूब चुका है। इंसाफ मांगने वालों पर लाठियां तोड़ी जा रही हैं। यह देश के साथ न्य

पीलीभीत जनपद के ललौरीखेड़ा ब्लाक के दर्जन भर गांवों में जनसभा करते हुए सांसद ने ज्वलंत मुद्दों को उठाते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ललौरीखेड़ा ब्लाक के ग्राम कनाकोर, उमरसड, रम्पुरा उझैनिया, उझैनिया रम्पुरा, अमरगंज, खरुआ, जिरौनिया, गुटेहा, पिपरा वाले, नवदिया दहला आदि में आयोजित जनसभाओं को संबोधित किया। साथ ही जनसमस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि हमें महात्मा गांधी जी की के रास्ते पर चल कर एक ऐसा हिंदुस्तान बनाना है जो भेदभाव और जातिधर

जिसमें सबको आर्थिक सुरक्षा मिले और सबको ईमानदारी से बराबरी के अवसर प्रदान हों, जिसमें अयोग्य लोगों के स्थान पर काबिलियत को मौका मिले, समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय और उसका हक आसानी से पहुंचे तभी भारत वास्तव में विश्वगुरु बन सकेगा। उन्होंने कहा कि वह देश और समाज के दबे कुचलों की आवाज़ और ताक़त बनकर काम कर रहें है और करते रहेंगे। कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर एमएसपी पर कानून बनाने के लिए संसद में अपनी बात रखी है।

इस बिल को कानून बनाने से किसानों के घरों में खुशहाली आयेगी और इससे किसानों को सुरक्षा और आर्थिक तौर पर मज़बूती मिलेगी। सांसद ने जनसभाओं के बाद लोंगो की समस्याएं भी सुनीं। जनसभाओं में प्रमुख रूप से पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, प्रभात जायसवाल, रेखा परिहार, डा बांके लाल गंगवार, रामनरेश वर्मा, महेश गंगवार, चेतन शर्मा, रूपेश गंगवार, अमित गंगवार, रक्षपाल सिंह, नीटू सिंह गंगवार, रमेश लोधी, सतनाम सिंह, देवेंद्र सिंह टोनी, टीटू चौहान, प्रदीप मिश्रा, राजकुमार आदि मौजूद रहे।

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