आगरा में गुमशुदगी दर्ज होने के बाद भी बैठी रही पुुलिस, युवक ने खुद ढूंढ़ लिया भाई का शव

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RGA न्यूज़

नाले के पास खड़ी मिली थी बाइक पुलिस चौकी में ले आए सिपाही। बाइक के नंबर से न स्वजन को सूचना दी और न ही थाने में बताया। शास्त्रीपुरम के रहने वाले 36 वषीय यतेंद्र मोहन 13 दिसंबर को घर से एक फार्म हाउस में शादी समारोह में गए 

आगरा पुलिस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर बैठ गई लेकिन युवक ने अपने भाई का शव ढूंढ़ निकाला।

आगरा,। पांच दिन से लापता फार्मा कंपनी के कर्मचारी का शव शनिवार को सिकंदरा क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया में नाले में मिल गया। उनके भाई ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। भाई का कहना है कि पुलिस ने तलाश में लापरवाही की।पांच दिन पहले पुलिस को बाइक नाले के पास मिल गई थी। मगर, इसके नंबर के आधार पर स्वजन को सूचना नहीं दी। जबकि थाने में गुमशुदगी दर्ज थी। पुलिस चौकी में बाइक खड़ी देखकर स्वजन ने तलाश की। इसके बाद शनिवार को नाले में ही शव मिल गया।

सिकंदरा क्षेत्र में शास्त्रीपुरम के रहने वाले 36 वषीय यतेंद्र मोहन 13 दिसंबर को घर से एक फार्म हाउस में शादी समारोह में गए थे। इसके बाद घर लौटकर नहीं आए। रात तक घर न आने पर स्वजन ने तलाश शुरू की। फार्म हाउस के सीसीटीवी कैमरे में 13 दिसंबर की रात को 9.49 बजे वे बाहर निकलते नजर आए थे। तलाश के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला तो स्वजन ने सिकंदरा थाने में गुमशुदगी लिखा दी।भाई सत्येंद्र मोहन ने बताया कि यतेंद्र के लापता होने के बाद पुलिस ने लापरवाही की। दो दिन बाद गुमशुदगी दर्ज की गई। उसका मोबाइल बंद जा रहा था। शुक्रवार को भाई की तलाश में वे एक चौकी से दूसरी चौकी पर भटक रहे थे। इंडस्ट्रियल एरिया चौकी पर पहुंचे। यहां पर भाई की बाइक खड़ी हुई थी। पूछने पर चौकी प्रभारी ने बताया कि यह चीता मोबाइल के सिपाही को फैक्ट्री संख्या डी-10 के सामने 13 दिसंबर की रात 12 बजे खड़ी मिली थी।स्वजन उस स्थान पर पहुंच गए, जहां पर बाइक मिली थी। नाले में झांककर देखा तो यतेंद्र का शव पड़ा हुआ था

सत्येंद्र का कहना था कि जब पुलिस को बाइक मिल गई थी तो उन्हें सूचना क्यों नहीं दी गई। बाइक के नंबर से घर पहुंचा जा सकता था। नाले में भी शव मिल सकता था। आशंका जताई कि वह हादसे का शिकार हुआ है। एएसपी लखन कुमार ने बताया कि युवक का शव बरामद हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। बाइक मिल गई थी तो नंबर से पता करना चाहिए था। गुमशुदगी के बाद थाना पुलिस ने क्या किया? इसे दिखवाया जाएगा।

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