पीएम मोदी ने पुण्यतिथि पर सरस्वती के नायक आचार्य महावीर को किया नमन

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RGAन्यूज़

साहित्यिक चिंतक व्रतशील शर्मा कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने आचार्य महावीर प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित करके नेक कार्य किया है। आचार्य महावीर नारी शक्ति हृदय से सम्मान करते थे प्रधानमंत्री महिलाओं को समर्पित कार्यक्रम में आए थे जो अद्भुत संयोग है

धानमंत्री ने प्रयागराज में अपने संबोधन के दौरान आचार्य महावीर को अर्पित की श्रद्धांजलि

प्रयागराज,। मौके के अनुरूप निर्णय लेना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खासियत है। वे जहां जाते हैं वहां उनका कार्य, व्यवहार व भाषण लोगों के हृदय को छू जाता है। प्रधानमंत्री के उसी स्वरूप की झलक प्रयागराज में दिखी। प्रयागराज से आत्मीय जुड़ाव दर्शाने के लिए उन्होंने 2019 कुंभ मेला में स्वयं के संगम स्नान करने का जिक्र किया। वहीं, प्रयागराज से प्रकाशित हिंदी साहित्य की अद्वितीय पत्रिका सरस्वती के संपादक रहे आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी को याद किया। मंगलवार को आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की पुण्यतिथि थी। उन्होंने 1903 से 1920 तक सरस्वती पत्रिका का संपादन किया। यह कालखंड ''द्विवेदी-युगÓ के रूप में विख्यात है।

सरस्वती के जरिए प्रवाहित की थी साहित्य की धारा

आचार्य महावीर ने शब्दों को हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी कीर्ति का पताका फहराया था, साथ ही कई साहित्यकारों को स्थापित किया, जिनकी ख्याति देश-विदेश में फैली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ''आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने प्रयागराज से प्रकाशित सरस्वती के जरिए साहित्य की धारा प्रवाहित की थी, उनकी पुण्यतिथि पर मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सरस्वती पत्रिका के सहायक संपादक अनुपम परिहार कहते हैं कि  आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी असाधारण व्यक्ति थे, जिन्हें आज भी व्यक्ति के बजाय साहित्यकारों की संस्था के रूप में सम्मान दिया जाता है। ऐसे चोटी के रचनाकार को श्रद्धांजलि अर्पित करके प्रधानमंत्री हर साहित्यकार का मान बढ़ाया है। इससे सरस्वती पत्रिका की सार्थकता भी सिद्ध हुई है। साहित्यिक चिंतक व्रतशील शर्मा कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने आचार्य महावीर प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित करके नेक कार्य किया है। आचार्य महावीर नारी शक्ति हृदय से सम्मान करते थे, प्रधानमंत्री महिलाओं को समर्पित कार्यक्रम में आए थे, जो अद्भुत संयोग है।

पुण्य तिथि पर आयोजित की गई श्रद्धांजलि सभा

प्रयागराज : युग प्रवर्तक आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी की को उनकी पुण्यतिथि पर भावपूर्ण नमन किया गया। मंगलवार की शाम इंडियन प्रेस चौराहा पर स्थित आचार्य द्विवेदी की प्रतिमा पर माल्यार्पण हुआ। शिक्षाविद डा. वीरेंद्र तिवारी ने मधुर काव्यांजलि से माहौल काव्यमय बना दिया। पूर्व मंत्री डा. नरेंद्र कुमार सिंह गौर ने कहा कि आचार्य द्विवेदी अपने बहुआयामी व्यक्तित्व के कारण एक साहित्य शिल्पी के रूप में सदैव याद किए जाएंगे। हम सब पं. रमादत्त शुक्ल के प्रति कृतज्ञ हैं, जिन्होंने लगभग चार दशक पहले आचार्य द्विवेदी स्मृति आयोजन की परंपरा प्रारंभ की थी।

वरिष्ठ पार्षद आनंद घिल्डियाल ने कहा कि सरस्वती पत्रिका का संपादन करते हुए आचार्य महावीर ने देशभर में ख्याति अर्जित की थी। रामनरेश तिवारी ''पिंडीवासाÓ ने कहा कि आचार्य द्विवेदी हिंदी के सिरमौर हैं। भाजपा काशी प्रांत उपाध्यक्ष अवधेश चंद्र गुप्त ने कहा कि हिंदी और प्रयागराज के लिए यह परम गौरव की बात है कि आज प्रयागराज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आचार्य द्विवेदी का श्रद्धा से स्मरण किया। संयोजक व्रतशील शर्मा के अनुसार आचार्य द्विवेदी साहित्य ही नहीं, अपितु कार्य-व्यवहार में भी आदर्श और अनूठे थे। इस दौरान पं. देवीदत्त शुक्ल-पं. रमादत्त शुक्ल शोध संस्थान की ओर से वर्ष 2021 में दिवंगतजन विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। दिवंगतजन में डा. रामनरेश त्रिपाठी, श्यामाचरण गुप्त, गिरिजाशंकर मिश्र, ब्रजमोहन श्रीवास्तव चंचल, कवि कमलेश, कैलाशनारायण अग्निहोत्री, पं. श्रीकांत मिश्र, डा. अनुपम आनंद, सत्य प्रसाद घोष व कल्याण घोष शामिल हैं। कार्यक्रम में हरिमोहन मालवीय की पत्नी के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। संचालन वेदप्रकाश पांडेय व आभार अनुपम सिन्हा ने ज्ञापित किया। इस दौरान कवि विवेक सत्यांशु, सुधीर गुप्त, डा. शैलेंद्र अवस्थी, संजय केशरवानी, आचार्य महेंद्र मिश्र, रवींद्र मिश्र मौजूद रहे।

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