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महानगर में सपा छात्र सभा में दो गुट सक्रिय हैं। एक गुट का नेतृत्व सचिन केसरवानी करते हैं जिसका संगठन में राष्ट्रीय कद है जबकि प्रदेश स्तर के स्थानीय नेता विरोधी गुट में हैं। सचिन केसरवानी के विरोधी गुट ने पुलिस को कार की असलियत बताई थी
सचिन केसरवानी के विरोधी गुट ने पुलिस को कार की असलियत बताई थी ।
कानपुर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में बवाल कराने की सपाइयों की चाल की पोल सपाइयों के ही खोल दी। सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय सचिव सचिन केसरवानी के विरोधी गुट ने ही पुलिस तक यह बात पहुंचाई कि जिस कार में तोडफ़ोड़ की गई, वह सचिन के साथी अंकुर पटेल की है। इसके बाद पुलिस ने आनन फानन इस साजिश का पर्दाफाश कर दिया
महानगर में सपा छात्र सभा में दो गुट सक्रिय हैं। एक गुट का नेतृत्व सचिन केसरवानी करते हैं, जिसका संगठन में राष्ट्रीय कद है, जबकि प्रदेश स्तर के स्थानीय नेता विरोधी गुट में हैं। वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने घटना को गंभीरता से तो लिया, लेकिन यह अंदाजा नहीं था कि यह साजिश भी हो सकती है। सचिन के विरोधी गुट ने ही पुलिस के अफसर तक यह बात पहुंचाई कि जिस कार में तोडफ़ोड़ की गई है, वह सचिन के साथी अंकुर पटेल की है। यह वीडियो खुद अंकुर ने ही बनाया था, इसीलिए वह खुद वीडियो में नहीं दिखाई पड़ा। चूंकि वीडियो में कार सवार द्वारा तोडफ़ोड़ का विरोध नहीं दिखाई पड़ा, इसलिए पुलिस को मुखबिर की बातों में सच्चाई दिखी। इसके बाद पुलिस ने वाया सर्विलांस अंकुर पटेल की लोकेशन खंगाली तो सामने आया कि वह हर्ष नगर में है। इसके बाद पुलिस ने हर्षनगर में छापा मारा और कार समेत अंकुर को धर दबोचा। अंकुर अपनी कार को कटवाने जा रहा था, ताकि साक्ष्य को मिटाया जा सके
कार को लेकर भी जांच कर रही है पुलिस
पुलिस ने अंकुर पटेल के पास से यूपी 85 एके 6774 नंबर की आल्टो कार बरामद की। जब इस कार का पंजीकरण जांचा गया तो सामने आया कि यह मथुरा के किसी राधा रमन सिंह के नाम पर है। पुलिस जांच कर रही है कि कार अंकुर के पास कैसी थी।
एक और आरोपित का नाम सामने आया
पुलिस की जांच में साजिश में शामिल एक और आरोपित का नाम सामने आया है, जिसका नाम अंश बताया जा रहा है।
कौन थे कार सवार दो लोग
पुलिस की जांच में अभी तक यह सवाल भी अनुत्तरित है कि कार सवार दो लोग कौन थे, जो खड़े होकर केवल तमाशा देखते रहे। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है।