यूपी के नए मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा का क्या है आगरा कनेक्शन, शहर से रहा है पुराना नाता

Praveen Upadhayay's picture

RGA न्यूज़

गंगाजल के साथ आगरा को मेट्रो दिलाने में डीएस मिश्रा का रहा विशेष योगदान। खारे पानी से निजात दिलाने के लिए गंगाजल मंगवाने का तैयार किया था प्रोजेक्ट। नगर निगम आगरा में ई-एमबी को शुरू करवाया वर्ष 1996 से 1998 तक रहे डी

उत्‍तर प्रदेश के नए मुख्‍य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा।

आगरा,  प्रदेश के नवागत मुख्य सचिव डीएस मिश्रा का आगरा से विशेष नाता है। गंगाजल हो या फिर आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट और ई-एमबी शुरू करवाना। इन सब में उनका विशेष योगदान है। डीएस मिश्रा वर्ष 1996 से 1998 तक आगरा के डीएम रहे हैं। उन्हीं के कार्यकाल में पहली बार खारे पानी से निजात दिलाने के लिए गंगाजल का प्रोजेक्ट बना था। केंद्रीय सचिव, आवास रहते हुए आगरा मेट्रो का शिलान्यास सात दिसंबर 2020 को हुआ था। उसी दौरान नगर निगम में ई-एमबी की शुरुआत के आदेश दिए थे। अब उनके मुख्य सचिव बनने से आगरा को और भी लाभ मिलने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

 

1984 बैच के हैं आइएएस अफसर : डीएस मिश्रा वर्ष 1984 बैच के आइएएस अफसर हैं। वह मूलरूप से मऊ के मधुबन क्षेत्र के निवासी हैं।

 

350 एमएलडी मिल रहा गंगाजल : डीएस मिश्रा ने पहली बार गंगाजल का प्रोजेक्ट तैयार किया था। इसी प्रोजेक्ट पर बसपा शासनकाल ने काम किया। पालड़ा झाल बुलंदशहर से आगरा तक 140 किमी लंबी पानी की लाइन बिछाई गई। भाजपा शासनकाल में आगरा को हर दिन 350 एमएलडी गंगाजल मिलना शुरू हुआ। जीवनी मंडी वाटरवर्क्स की क्षमता 225 एमएलडी और गंगाजल प्लांट की क्षमता 144 एमएलडी की है। एमबीबीआर प्लांट से 144 एमएलडी यमुना जल की आपूर्ति हो सकती है

आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट : शहर में 8379 करोड़ रुपये से तीस किमी लंबा मेट्रो ट्रैक बन रहा है। सिकंदरा तिराहा से ताज पूर्वी गेट तक पहला कारिडोर 14 किमी और आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक दूसरा कारिडोर 16 किमी लंबा होगा। प्राथमिकता वाला कारिडोर छह किमी लंबा होगा। जिसका निर्माण चल रहा है।

नहींहो सकेगी हेराफेरी : नगर निगम प्रशासन द्वारा हर साल 60 करोड़ रुपये की रोड का निर्माण और मरम्मत की जाती है। कई बार एक ही रोड बन जाती है। जूनियर इंजीनियर माप मुस्तिका (एमबी) तैयार करने हेरोफेरी करते हैं। जिसे देखते हुए निगम प्रशासन ने ई-एमबी शुरू की है। एक लाख रुपये का कार्य हो या फिर एक करोड़ रुपये का। हर रोड की ई-एमबी तैयार होगी।

जनवरी में आगरा आ सकते हैं नवागत मुख्य सचिव : नवागत मुख्य सचिव डीएस मिश्रा जनवरी 2022 में आगरा आ सकते हैं। वह आगरा मेट्रो प्राेजेक्ट और वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का निरीक्षण कर सकते हैं।

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.