संदीप हत्याकांड में आरोपित अंकुश व दुष्यंत पर 25-25 हजार का इनाम घोषित

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RGA न्यूज़

एटा के अलीगंज निवासी कारोबारी संदीप गुप्ता की बलेनो सवार शूटरों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। दो दिन की जांच के बाद बुधवार को पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए अलीगढ़ के ट्रांसपोर्टर साईं विहार कालोनी निवासी राजीव अग्रवाल को जेल भेज दिया

कारोबारी संदीप गुप्ता की हत्या का मुख्य आरोपित अभी फरार हैं।

अलीगढ़, एटा के सीमेंट कारोबारी संदीप गुप्ता की हत्या का मुख्य आरोपित अंकुश अग्रवाल व उसका दोस्त दुष्यंत अभी फरार हैं। एसएसपी ने दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। हत्या में इन दोनों के अलावा छह से अधिक अन्य लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। लेकिन, पुलिस का फोकस पहले दोनों मुख्य टारगेट पर है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपितों की तलाश में उत्तर प्रदेश समेत चार राज्यों में टीमें भेजी 

संदीप हत्‍याकांड के आरोपित गए जेल

27 दिसंबर की रात साढ़े आठ बजे एटा के अलीगंज निवासी कारोबारी संदीप गुप्ता की बलेनो सवार शूटरों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। दो दिन की जांच के बाद बुधवार को पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए अलीगढ़ के ट्रांसपोर्टर साईं विहार कालोनी निवासी राजीव अग्रवाल को जेल भेज दिया। पुलिस के मुताबिक, राजीव के बेटे अंकुश की शादी अलीगंज निवासी संदीप के मित्र की बेटी से हुई थी। अंकुश पत्नी को पीटता था, जिसका संदीप विरोध करते थे। कई बार संदीप व अंकुश के बीच नोकझोंक हुई। बाद में अंकुश पर दहेज प्रताड़ना का भी मुकदमे दर्ज हुआ था। इसमें हुए समझौते में भी संदीप ने मध्यस्थता की थी। इसी को लेकर अंकुश व राजीव रंजिश मानने लगे थे। अंकुश ने अपने दोस्त दुष्यंत व अन्य लोगों के साथ मिलकर संदीप की हत्या करवा दी। पुलिस ने अंकुश की क्रेटा कार भी बरामद की थी, जो शूटरों को गाइड कर रही थी। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि घटना का कारण स्पष्ट हो चुका है। अब सिर्फ गिरफ्तारी शेष हैं। मुख्य आरोपित अंकुश व उसके दोस्त दुष्यंत समेत छह से अधिक आरोपितों के हत्या में शामिल होने की बात जांच में सामने आई है। इनकी तलाश में पांच टीमें लगी हुई हैं। सीसीटीवी फुटेज व सीडीआर से मिली जानकारी के आधार पर टीमों को गैर-जनपद भेजा गया है। साथ ही जिले में भी टीमें तथ्यों को खंगालने में लगी हैं

तस्वीर महल के पास घूमती दिखी दो संदिग्ध कार

पुलिस के रडार पर तीन से अधिक ऐसी कार आ गई हैं, जो परोक्ष रूप से आरोपितों को सहयोग कर रही थीं। हालांकि इनके रूट बिल्कुल अलग हैं। लेकिन, 200 से अधिक सीसीटीवी खंगालने के बाद पुलिस इन कारों को संदिग्ध मान रही हैं। इनमें दो कार ऐसी हैं, जो तस्वीर महल के पास शूटरों की बलेनो कार व अंकुश की क्रेटा कार के साथ करीब आधा घंटा तक नजर आ रही हैं। यही नहीं, घटनास्थल के आसपास भी यह कारें देखी गई हैं। हालांकि इनके यहां से आने और जाने का रूट अलग है, ताकि किसी को शक न हो। खास बात ये है कि घटना के बाद फिर रडार पर आईं सभी कारें अलीगढ़ में नहीं दिखीं। पुलिस ने इन कारों की पहचान कर ली है। इनकी तलाश की जा रही है।

एक और गहरा दोस्त भी शामिल

इस घटना में आठ से अधिक लोगों की संलिप्तता सामने आ रही है। इनमें अंकुश के मित्र दुष्यंत के अलावा एक और दोस्त के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है। एक व्यक्ति अापराधिक किस्म का भी है। इस तरह से अलग-अलग लोगों को मिलाकर यह गिरोह बना और घटना को अंजाम देकर फरार हो गया। पुलिस सभी के मोबाइल फोन भी खंगाल रही है।

अभी निगरानी में रहेंगे संदीप के साथ मौजूद लोग

घटना के वक्त संदीप गुप्ता के साथ मौजूद रहे चालक रनवीर, शशांक निगम, सुशील मिश्रा, दोनों गनरों को पुलिस ने अभी छोड़ा नहीं है। एसपी सिटी ने बताया कि इनसे बातचीत में कई तथ्य मिले हैं, जिन्हें वेरिफाइ किया जा रहा है। कारोबारी के परिवार के लोगों की सहमति के बाद ही इन्हें छोड़ा जाएगा।

 

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