ओमिक्रोन, घबराने से काम नहीं चलेगा बचाव के लिए इन्‍हें भी आजमाइए

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RGAन्यूज़

Omicron Strain News तेजी से पांव पसार रहे ओमिक्रोन के बचाव के लिए बेहतर उपाय आजमाने होंगे। सुबह उठकर कम से कम आधे घंटे तक कोई भी फिजिकल ऐक्टिविटी जरूर अपनी दिनचर्या में शामिल करें। टहलना भी आपकी इम्यूनिटी को मजबूत क

Omicron Strain News ओमिक्रोन के डर को दिल से निकालते हुए एहतियात बरतना बेहद ही जरूरी है।

मेरठ,। Omicron Strain ओमिक्रोन संक्रमण यूरोप में तेजी के साथ फैलने के बाद अब भारत में भी पांव पसार रहा है। समझ लीजिए कि खतरे की घंटी बज चुकी है। मेरठ में भी ओमिक्रोन का एक मरीज मिला है। यहीं नहीं इनदिनों कोरोना के मरीजों की संख्‍या भी बढ़ रही है। मेरठ में कोरोना के करीब 50 सक्रिय मामलों ने स्‍वास्‍थ्‍य विभाग को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। आप यह भी जान लीजिए कि फरवरी 2022 तक कोरोना संक्रमण की नई लहर उठ सकती है। ओमिक्रोन Omicron वैरिएंट का असर ऊपरी श्वसन तंत्र यानी नाक और गले पर ज्यादा है, लेकिन यह फेफड़ों में भी उतरकर तबाही मचा सकता है। नया साल शुरू हो गया है, ऐसे में पूरी एहतियात बरतकर ही इस वायरस से मुकाबला किया जा सकता है।

ओमिक्रोन से बचने को यह करिए

ओमिक्रोन Omicron वायरस से बचने से सबसे पहले तो अपनी इम्यूनिटी मजबूती करनी होगी। यह कोरोना के केस में भी कारगर उपाय है। सुबह उठकर कम से कम आधे घंटे तक कोई भी फिजिकल ऐक्टिविटी जरूर अपनी दिनचर्या में शामिल करें। चाहें तो टहल भी सकते हैं। योग के लिए समय जरूर निकालें। इसमें आसन, अनुलोम और विलोम, कपालभाति और ध्यान जरूर शामिल कीजिए। इनदिनों ठंड बहुत पड़ रही है तो काढ़ा पीना भी शुरू कर सकते हैं। इससे भी प्रभाव पड़ेगा। फलों को भी अपनी डाइट में शामिल करें। जैसे अमरूद, संतरे या मौसमी और पपीता आदि। इसके अलावा पालक, लौकी, लाल टमाटर को अपने भोजन में शामिल करें। यह सभी आपके शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक साबित होंगे। वहीं शोध में यह बात भी सामने आई है कि अगर शरीर में विटामिन-डी कम हो तो हमें बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है। विटामिन-डी की उपयोगिता सिर के बाल से लेकर पैर के नाखून तक में है। सर्दियों के इस मौसम में धूप में जरूर बैठें। इस दौरान अपने चेहरे, गर्दन, पीठ, हाथ आदि पर धूप को लगने दीजिए

लक्षण दिखे तो गंभीरता से लीजिए

ओमिक्रोन Omicron संक्रमण के लक्षण दिखने पर इसे गंभीरता से लीजिए। ओमिक्रोन के भी दूसरे वैरिएंट जैसे लक्षण ही दिख रहे हैं। बुखार, खांसी, गंध या स्वाद का खो जाना, गले में दर्द, सिरदर्द, सांस लेने में समस्या, सीने में दर्द आदि इसके सामान्‍य लक्षण हो सकते है। ओमिक्रोन Omicron वैरिएंट के कारण कुछ मरीज असिंप्टोमेटिक भी हो सकते हैं। मेरठ मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ अरविंद का कहना है कि कोरोना वायरस नाक, गला और फेफड़ों में संक्रमित होता है। नाक और गले में रुक जाए तो मरीज आसानी से सप्ताह भर में ठीक हो जाता है, लेकिन अगर संक्रमण फेफड़ों में पहुंच गया तो यह गंभीर निमोनिया बनकर जानलेवा हो जाता है। इसका खतरा सर्दियों में कई गुना होता है। पारा 15 डिग्री से कम रहने पर वायरस तेजी से बढ़ता

जानें विशेषज्ञों की राय

अगर देखा जाए तो फिलहाल ओमिक्रोन Omicron संक्रमण 1.5 से तीन दिन में दोगुना हो रहा है। मास्‍क पहनकर ही घर से बाहर निकलें। वहीं मेरठ के सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ डा. वीरोत्तम तोमर का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर भी यूरोप के बाद भारत आई थी और अब भारत में ओमिक्रोन Omicron के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं विशेषज्ञों का दावा है कि संक्रमण की नई लहर जनवरी-फरवरी 2022 में तेजी पकड़ सकती है। मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग ने बताया कि आरएनए वायरस में म्यूटेशन होता रहता है, ऐसे में ओमिक्रोन आने वाले दिनों में ज्यादा खतरनाक बन सकता है या कमजोर पड़ जाएगा। 

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