वाराणसी में शनिवार को 21 लोग हुए कोरोना संक्रमित, सक्रिय मामले बढ़कर 46 तक पहुंचे

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RGAन्यूज़ 

कोरोना के नए वैरिएंट ने देश के कई राज्यों में अपना पैर पसारना तेज कर दिया है। इसी बीच वाराणसी में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक ही दिन में शनिवार को 21 नए मालले मिलने से लोगों में दशहत बढ़ गई है।

कोरोना के नए वैरिएंट ने देश के कई राज्यों में अपना पैर पसारना तेज कर दिया है

वाराणसी,। वैश्विक महामारी कोरोना के नए वैरिएंट ने देश के कई राज्यों में अपना पैर पसारना तेज कर दिया है। इसी बीच वाराणसी में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक ही दिन में शनिवार को 21 नए मालले मिलने से लोगों में दशहत बढ़ गई है। इसके साथ ही जिले में संक्रमितों की संख्या अब 46 हो गई है। इससे पहले शुक्रवार को नौ लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे।

मालूम हो कि जिले में कोरोना के बढ़ते आंकड़े खतरे के संकेत दे रहे हैं। गुरुवार को कोरोना जांच में एक ही दिन में आठ लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। वहीं अगले दिन नौ तो शनिवार को एक ही दिन में 21 लोग कोरोना पाजिटिव हो गए। इससे स्वास्थ्य विभाग के माथे पर बल आ गया। है। इससे पहले बुधवार को भी छह केस मिले थे। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए 14 केंद्र सक्रिय कर दिए हैं। अस्पतालों में भर्ती के लिए पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में बेड आरक्षित करने के साथ सक्रियता बढ़ा दी है। साथ ही अन्य मरीजों की भर्ती पर भी रोक लग 

जो 21 लोग संक्रमित पाए गए हैं उनमें 10 साल के मासूम के साथ ही 73 साल के बुजुर्ग भी शामिल हैं। वहीं शुक्रवार को जो लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं उनमें दो लोग गया बिहार के थे। इसके अलावा एक-एक लोग कोलकोता व सिंगरैली के हैं। ये लोग वाराणसी के किसी अस्पताल में उपचार कराने के लिए आए थे। इसके अलावा अन्य लोग जिले के ही बताए जा रहे हैं। खास बात है कि इस बार एक साल का एक बच्चा भी कोरोना पाजिटिव पाया गया है। बच्चे के परिवारीजनों का

इससे पहले संकट मोचन मंदिर के समीप स्थित साकेत नगर कालोनी की 31 वर्षीय महिला डाक्टर भी कोरोना पाजिटिव पाई गई थी। जगतगंज चौकाघाट के 21 युवक सूरत के रास्ते विदेश पढ़ाई करने जाने वाले थे। इसके लिए उन्होंने कोरोना की जांच कराई, जिसमें वह पाजिटिव पाए गए थे। सभी संक्रमितों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जा रही है। एसीएमओ डा. एसएस कन्नौजिया ने बताया कि ओमिक्रोन की पुष्टि के लिए सभी सैंपल को लखनऊ भेजा जाएगा। ताकि जीनोम सिक्वेंसिंग हो सके।

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