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RGAन्यूज़
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का 21 जनवरी को होने वाला था सम्मेलन। उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना संघर्ष समिति ने बैठक में किया निर्णय। आवश्यक कार्य करने एवं वादकारियों की न्यायालय में उपस्थिति माफ करने की बाबत प्रस्ताव पारित कर जिला जज को भेजा गय
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का 21 जनवरी को होने वाला था
आगरा,। ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना को लेकर 21 जनवरी को होने वाला पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सम्मेलन स्थगति कर दिया गया है। बुधवार को दीवानी परिसर में संघर्ष समिति की बैठक में पदाधिकारियों ने यह निर्णय किया। समिति ने जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया द्वारा सदन में खंडपीठ स्थापना के पक्ष में प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजने के लिए धन्यवाद ज्ञापन पारित किया गया।
बैठक में संयोजक मंडल के प्रमोद शर्मा, दुर्ग विजयg सिंह भइया, अशोक भारद्वाज, नरेश शर्मा, गजेंद्र बाबा ने कहा कि कोरोना वायरस व ओमिक्रोन तेजी से फैल रहा है। बुधवार को आगरा में 63 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इस स्थिति को देखते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों का 21 जनवरी को होने वाला पूर्व घोषित सम्मेलन स्थगित कर देना चाहिए।
आगरा बार एसोसिएशन के सचिव राम प्रकाश शर्मा व अमिताभ शर्मा ने जानकारी दी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी बार एसोसिएशन की संयुक्त बैठक हुई। जिसमें आवश्यक कार्य करने एवं वादकारियों की न्यायालय में उपस्थिति माफ करने की बाबत प्रस्ताव पारित कर जिला जज को भेजा गया है। समिति के सचिव हेमंत भारद्वाज व वीरेंद्र फौजदार ने कहा कि कोरोना में पिछले साल 50 से अधिक अधिवक्ताओं को खो चुके हैं। अधिवक्ताओं के साथ ही न्यायिक अधिकारी व कर्मचारी संक्रमित हुए थे। दोबारा इस तरह की स्थिति से बचने के लिए सतर्क व जागरूक रहने की जरूरत है।बैठक में चौधरी अजय सिंह, अनूप शर्मा, राजीव कुलश्रेष्ठ, सत्य प्रकाश सिंह, कृष्ण मुरारी माहेश्वरी, रामेंद्र पचौरी आदि मौजूद रहे।