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जिले में विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है। अब किसी भी विभाग में किसी नए कार्य के लिए टेंडर नहीं हो सकेंगे। सभी विभाग पुराने कामों को ही नई सरकार बनने तक आगे बढ़ाएंगे।डीएम सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग चुकी है
डीएम सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग चुकी है।
अलीगढ़, । आचार संहिता लगते ही जिले में विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है। अब किसी भी विभाग में किसी नए कार्य के लिए टेंडर नहीं हो सकेंगे। सभी विभाग पुराने कामों को ही नई सरकार बनने तक आगे बढ़ाएंगे। नगरीय निकाय व ग्राम्य विकास विभाग में दर्जनों काम टेंडर के इंतजार में फंसे रहे गए हैं। इन विभागों में करोड़ों का बजट बचा हुआ है। अब आधे मार्च के बाद ही इन पर काम शुरू हो सकेगा। हालांकि, इसके बाद वित्तीय वर्ष भी खत्म होने की ओर होगा। ऐसे में अफसरों को साल खत्म होने पर बजट वापस होने का भी डर सता रहा हैं। हालांकि, पिछले एक महीने में विकास कार्याें से जुड़े सभी विभागों ने खूब टेंडर निकाले हैं।
हीं होगा कोई नया काम
दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ही विधानसभा चुनाव के लिए जनवरी की शुरुआत में आचार संहिता लगने की आहट हो गई है। ऐसे में सरकार के साथ ही स्थानीय स्तर पर विभागों ने तैयारी शुरू कर दी थी। पिछले 15 दिनेां में ही जिले में करोड़ों रुपये के टेंडर जारी हो गए। जिला पंचायत की तरफ से 10 करोड़ से अधिक विकास कार्यों के टेंडर निकाले गए। वहीं, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने 20 करोड़ की धनराशि के सवा सौ से अधिक सड़कों के टेंडर जारी हुए। पंचायती राज विभाग की तरफ से भी ग्राम पंचायतों में बड़े स्तर पर टेंडर निकाले गए। नगरीय निकायों में भी दर्जनों कामों के लिए टेंडर हुए। वहीं, शासन स्तर से भी पर्यटन स्थलों के साथ ही जिले के कई प्रमुख प्रोजेक्ट का टेंडर जारी करने के साथ ही शिलान्यास किया गया। अब चुनाव आयोग ने आचार संहिता लगा दी है। ऐसे में जिले में नए विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है। अब जिन कामों के टेंडर जारी हो चुके हैं, उनका ही निर्माण पूरा होगा। डीएम सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग चुकी है। अब कोई भी नया काम नहीं होगा। जिन कामों के लिए एग्रीमेंट हो चुके हैं, वह संचालित रहेंगे। नगरीय निकायों के साथ ही गांव देहात में भी पुराने कामों पर निर्माण कार्य जारी रहेंगे, लेकिन कोई भी नया टेंडर जारी नहीं होगा।
अंतिम दिन खूब हुए तबादले
आचार संहिता लगने से पहले शुक्रवार व शनिवार को जिले में खूब तबादले हुए। अफसरों के साथ ही कर्मचारियों को भी इधर-उधर किया गया। जिले में दो तहसीलदारों को इधर से उधर किया गया। तहसीलों में भी लेखपालों के क्षेत्र बदले गए। विकास भवन से जुड़े कई विभागों में खूब तबादले हुए। गैर जिलों से आए अफसरों को जिले में कार्यभार दिया गया।