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Coronavirus Prayagraj News कोरोना वायरस के 167 नए मरीजों के मिलना तीसरी लहर में एक दिन में संक्रमित लोगों की अब तक की सर्वाधिक संख्या है। कोरोना की लहर लौट आने से स्वास्थ्य विभाग के सभी कोरोना एक्सपर्ट को आकस्मिक ड्यूटी के लिए हर समय तैयार रहने का निर्देश है
कोरोना वायरस का प्रयागराज में प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की सलाह है।
प्रयागराज,। प्रयागराज में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। पिछले 24 घंटे में 167 नए संक्रमित मरीज मिले वहीं कोरोना से एक मरीज की मौत भी हुई। कोरोना संक्रमण से किसी मरीज की यह मौत पिछले चार महीने 11 दिनों के बाद हुई है। महिला मरीज स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के कोरोना वार्ड में भर्ती थी। हालांकि कोरोना संक्रमण से पहले महिला आग लगने से जल भी गई थी
तीसरी लहर में अब तक के सर्वाधिक मरीज
कोरोना वायरस के 167 नए मरीजों के मिलना तीसरी लहर में एक दिन में संक्रमित लोगों की अब तक की सर्वाधिक संख्या है। कोरोना की लहर लौट आने से स्वास्थ्य विभाग के सभी कोरोना एक्सपर्ट को आकस्मिक ड्यूटी के लिए हर समय तैयार रहने को कहा गया है।
कोरोना संक्रमित महिला का शरीर 60 प्रतिशत आग से झुलसा हुआ
उधर जिस संक्रमित महिला की एसआरएन अस्पताल के कोविड वार्ड में मौत हुई है, बताया जा रहा है कि उसका शरीर करीब 60 प्रतिशत जला हुआ था। कोरोना प्रोटोकाल के तहत फाफामऊ घाट पर भेजकर उसका अंतिम संस्कार कराया गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस पशोपेश में रहे कि इसे कोरोना से मौत मानें या नहीं। कोरोना से एक मौत की सूचना पूरे दिन कहीं न कहीं वायरल होती रही तो इससे जिले के लोगों में महामारी के प्रति खौफ बढ़ गया
प्रयागराज में कोरोना के 591 सक्रिय केस
प्रयागराज जिले में कोरोना के सक्रिय केस 591 हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जांच केंद्र सहित विभिन्न अस्पतालों में 9403 लोगों की कोविड जांच कराई। अस्पतालों में तैयारियों को परखने, सभी पलंग पर आक्सीजन सप्लाई, वेंटिलेटर की दशा और अन्य चिकित्सा उपकरणों की सक्रियता परखने के लिए अधिकारी अस्पतालों में आते जाते रहे
बुजुर्गों और बच्चों का रखें खास ध्यान
चिकित्सकों ने कहा है कि संकट के दिन फिर आ गए हैं। इसलिए लोग अपना तो बचाव करें ही, बच्चों, बुजुर्गों और जिन्हें पहले से श्वांस रोग, हृदय रोग, बीपी या शुगर की बीमारी है उनका विशेष रूप से ध्यान रखें। कोशिश रहे कि ऐसे लोग घर से बाहर बहुत जरूरी होने पर ही निकलें। जो भी अन्य लोग घर से बाहर आ जा रहे हैं वे घर लौटने पर पूरी तरह सेनिटाइज होकर ही इनके पास
मौत कोरोना से होने से सीएमओ ने किया इन्कार
प्रयागराज के सीएमओ डाक्टर नानक सरन ने बताया कि जिस महिला की एसआरएन अस्पताल में मौत हुई, उसका कारण कोरोना नहीं है। कोरोना से मौत तब मानी जाती है जब आक्सीजन में कमी हो या कोरोना के लक्षण से होने वाली अन्य दिक्कतें हों। अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकाल के तहत इसलिए कराया क्योंकि संक्रमण से अन्य लोगों के बचाव के लिए सावधानी आवश्यक है।