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आगामी विधानसभा चुनाव में सपा मजबूत दावेदारों पर ही दांव खेलेगी। प्रत्याशियों के चयन के लिए तीन सर्वे हो चुके हैं। अाचार संहिता लगने के बाद प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया तेज हो गई है। जनपद में विधानसभा की सभी सातों सीटों पर तीन-तीन नामों के पैनल बनाए गए
आगामी विधानसभा चुनाव में सपा मजबूत दावेदारों पर ही दांव खेलेगी।
अलीगढ़ आगामी विधानसभा चुनाव में सपा मजबूत दावेदारों पर ही दांव खेलेगी। प्रत्याशियों के चयन के लिए तीन सर्वे हो चुके हैं। आचार संहिता लगने के बाद प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया तेज हो गई है। जनपद में विधानसभा की सभी सातों सीटों पर तीन-तीन नामों के पैनल बनाए गए हैं। पार्टी हाईकमान द्वारा इन्हीं में से प्रत्याशियों का नाम तय किया जाएगा। दावेदारों ने लखनऊ के चक्कर लगाने शुरू कर दिए
सातो सीट पर जीत का दावा
समाजवादी पार्टी इस बार अलीगढ़ की सातों सीटों पर जीत का दावा कर रही है। इन सीटों पर 48 सपा नेताओं ने दावेदारी की है। 2012 के विधानसभा चुनाव में चार सीटें सपा के पाले में आई थीं। शहर से जफर आलम, कोल से जमीर उल्लाह, अतरौली से वीरेश यादव और छर्रा से राकेश सिंह विधायक बने थे। 2017 के चुनाव में कोल से जमीर उल्लाह की टिकट काटकर अज्जू इश्हाक को दे दी गई। बाकी तीनों सीटों पर पूर्व विधायक ही चुनाव लड़े और भाजपा की लहर के सामने टिक न सके। कोल सीट पर जमीर उल्लाह ने फिर दांव खेला है, बाकी तीन सीटों पर भी पुराने दिग्गज दावेदारी कर रहे हैं। अन्य तीन सीटों पर भी जोर आजमाइश जारी है। कोल और छर्रा की सीट पर दावेदारों की लंबी कतार है। जिलाध्यक्ष गिरीश यादव और पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव अतरौली से टिकट लेने की कोशिश में लगे हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में तीन-तीन नामों का पैनल तैयार कर प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया पहले से चल रही थी। इसके लिए सर्वे भी कराए गए। महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घाेसी ने बताया कि पैनल बनाए गए हैं। पार्टी हाईकमान द्वारा प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर ल
जनसंपर्क करेंगे सपाई
रविवार को शहर व कोल विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक में चुनाव प्रचार पर चर्चा हुई। महानगर महासचिव मनोज यादव ने बताया कि कार्यकर्ता सोमवार से जनसंपर्क में जुट जाएंगे। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भी जनता तक पार्टी की नीतियां पहुंचाई जाएंगी।
स्मृति द्वार ढकने की
सपा महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद ने बताया कि शहर व कोल विधायक ने जगह-जगह स्मृति द्वार बनवाए हैं। इन पर भाजपा नेताओं के फोटो लगे हुए हैं। आचार संहिता लगने के बाद प्रशासन को इन्हें ढकना चाहिए। फोन पर सिटी मजिस्ट्रेट और एडीएम से संपर्क कर इसकी मांग की गई है। अफसरों ने स्मृति द्वार ढकवाने का आश्वासन दिया है।