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घर-घर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए तैयार हुई योजना को का लाभ शहरवासियों को मिलने लगा है। अमृत योजना के तहत स्थापित नलकूप अब पानी देने लगे हैं। टंकियाें से पानी की सप्लाई थी शुरू हो गई है। हालांकि कुछ जगह अभी ट्रायल चल रहा है।
घर-घर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए तैयार हुई योजना को का लाभ शहरवासियों को मिलने लगा है।
अलीगढ़,। घर-घर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए तैयार हुई योजना को का लाभ शहरवासियों को मिलने लगा है। अमृत योजना के तहत स्थापित नलकूप अब पानी देने लगे हैं। टंकियाें से पानी की सप्लाई थी शुरू हो गई है। हालांकि, कुछ जगह अभी ट्रायल चल रहा है। इन इलाकों में भी मार्च तक नए नलकूपों से पानी की आपूर्ति शुरू करा दी जाएगी। ऐसा दावा जल निगम के अधिकारी कर रहे हैं। आचार संहिता का असर भी इन कार्यों पर नहीं होगा। क्योंकि, इनके टेंडर पहले ही हो चुके है, काम भी चल रहा है
अमृत योजना के तहत शहरभर में बिछाई गयी वाटर लाइन
केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत हर गली-मोहल्ले में वाटर लाइन बिछाई गई थी। अनियोजित तरीके से बिछाई गईं वाटर लाइन से लोगों को काफी परेशानी हुई। आबादी वाले कुछ क्षेत्रों में अभी भी ये लाइन परेशानी का सबब बनी हुई हैं। लेकिन, अब इतनी शिकायतें नहीं आ रहीं, जैसे पहले आती थीं। अधिकारियों की सख्ती के बाद निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार लापरवाही नहीं बरत रहे। अमृत योजना के तहत शहर में 40 नलकूप लगाए गए हैं। इतने ही ओवरहैड टैंक (पानी की टंकी) खड़े करा दिए गए। लेकिन इनमें 27 ही शुरू हो सके हैं। बाकी नलकूप कुछ न कुछ खामियों के चलते बंद पड़े हैं। बिजली का कनेक्शन न होना भी इनके बंद होने की एक वजह है। सभी नलकूपों पर आपरेटर भी नहीं हैं। एक आपरेटर दो नलकूपों की जिम्मेदारी निभा रहा है
जलकल विभाग को सुपुर्द नही किया गया
सासनीगेट क्षेत्र में होली चौक स्थित नलकूप पर एक आपरेटर तैनात है। यही आपरेटर मायापुरी पोखर स्थित नलकूप को संचालित करता है। ऐसा ही अन्य स्थानों पर लगे नलकूपों पर व्यवस्था की गई है। जल निगम ने नलकूपों को शुरू तो करा दिया है, लेकिन जलकल विभाग की सुपुर्दगी में नहीं दिया है। जीएम जल अनवर ख्वाजा बताते हैं कि नलकूपों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। जल निगम जल्द ही इन्हें जलकल विभाग के सुपुर्द कर देगा। फिर 12 नलकूप सुपुर्द किए जा रहे हैं। इन पर आपरेटर भी तैनात किए जाने हैं। सभी नलकूपों के चालू होने से शहर में जल संकट नहीं रहेगा। लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध होगा।