इमरजेंसी से कोरोना संक्रमित को लेकर भागा पर‍िवार, कहा-चाहे जो कर लो, अब अस्‍पताल नहीं आएंगे

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सतर्क होना है। अगर संक्रमण की पुष्टि भी हो गई है तो यह गंभीर बात नहीं है। बल्कि आपको उसका इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। मरीज को यह भरोसा दिलाएं कि वह स्वस्थ हो जा

गलशहीद के असालतपुरा का रहने वाला है संक्रमित युवक।

मुरादाबाद,। कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। महज 17 दिन में ही कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1200 को पार कर गया है। इसके बाद भी लोग संक्रमण की रफ्तार समझने को तैयार नहीं हैं। सोमवार की सुबह जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से कोरोना पाजिटिव युवक को लेकर उसके स्वजन भाग गए। इतना ही नहीं स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा फोन करने पर मना कर दिया कि हम अस्पताल नहीं लाएंगे, चाहे जो कर

कोरोना संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सतर्क होना है। अगर संक्रमण की पुष्टि भी हो गई है तो यह गंभीर बात नहीं है। बल्कि आपको उसका इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इसमें मरीज को यह भरोसा दिलाएं कि वह जल्द ही स्वस्थ हो जाएगा। इसमें मरीज के साथ स्वजन और पास-पड़ोसियों का फायदा है। सोमवार को गलशहीद थाना क्षेत्र के असालतपुरा के रहने वाले युवक को सांस लेने में परेशानी होने पर जिला अस्पताल लेकर आए। चिकित्सक ने उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करने के बाद एंटीजन टेस्ट कराया। एंटीजन टेस्ट में वह संक्रमित पाया गया तो टीम ने स्‍वजन को जानकारी देने के साथ ही कोविड एल-टू अस्पताल में सूचना दे दी। वहां टीम संक्रमित का इंतजार करती रही। अस्पताल से संक्रमित को लेकर स्वजन भाग निकले। इसके बाद जिला अस्पताल से लगातार फोन करने पर जवाब मिला कि चाहे कुछ भी कर लो। हम अपने मरीज को अस्पताल नहीं लेकर आएंगे। इतना सुनने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सिविल लाइन पुलिस को भागने की सूचना दी है। चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मरीज को लेकर उनके स्वजन लेकर चले गए।

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.