बरेली कैंट बोर्ड को हर महीने हो रहा 20 लाख रुपये का नुकसान, रक्षा मंत्रालय के आदेश से पहली बंद हो गया था ये काम

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RGAन्यूज़

Entry fee closed in Cantt area रक्षा मंत्रालय ने भले ही सात जनवरी को सभी छावनी बोर्ड की ओर से वसूला जा रहा प्रवेश शुल्क बंद कराया हो लेकिन बरेली छावनी क्षेत्र में सितंबर से वाहनों से प्रवेश शुल्क नहीं लिया जा 

तीन सितंबर से बरेली छावनी बोर्ड का बदायूं रोड पर लगा टोल हो चुका बंद

बरेली, : रक्षा मंत्रालय ने भले ही सात जनवरी को सभी छावनी बोर्ड की ओर से वसूला जा रहा प्रवेश शुल्क बंद कराया हो, लेकिन बरेली छावनी क्षेत्र में सितंबर से वाहनों से प्रवेश शुल्क नहीं लिया जा रहा है। इससे कैंट बोर्ड को प्रतिमाह करीब 20 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। कैंट बोर्ड बरेली ने बदायूं रोड पर वीरांगना चौक के पास लगाए गए बैरियर का ठेका दो करोड़ 37 लाख रुपये का 364 दिन के

बैरियर पर ट्रक और बस से 150 रुपये, ट्रैक्टर ट्राली आदि वाहनों से 70 रुपये और चौपहिया वाहनों से 40 रुपये वसूल किए जाते थे। यह शुल्क केवल वाणिज्यिक वाहनों से ही वसूल किया जाता था। अगस्त तक वहां पर वाहनों से वसूली की जाती रही। लेकिन जब लाल फाटक ओवरब्रिज निर्माण कार्य में तेजी आई तो उधर से जाने वाले वाहनों से वसूली रोक दी गई और तीन सितंबर से वहां पर आधिकारिक तौर पर रोक लगा दी गई

रक्षा मंत्रालय ने वाहनों के प्रवेश शुल्क वसूलने पर लगाई रोकः रक्षा मंत्रालय की निदेशक (भूमि) शर्मिष्ठा मैत्रा ने सात जनवरी को आदेश पत्र जारी करके छावनी बोर्डों द्वारा वाहन प्रवेश शुल्क वसूले जाने पर रोक लगा दी। उन्होंने कहा कि छावनी बोर्डों द्वारा वाहन प्रवेश शुल्क की वसूली माल और यातायात की सुगम आवाजाही की दिशा में सरकार की पहल के अनुरूप नहीं है, और जीवन की सुगमता और व्यवसाय करने में आसानी की दिशा में प्रयासों में बाधा 

उन्होंने प्रवेश शुल्क रोके जाने की रिपोर्ट भी रक्षा मंत्रालय को भेजे जाने की मांग की है। बरेली के एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह ने बताया कि लाल फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण कार्य की वजह से छावनी क्षेत्र से आने वाले वाहनों का डायवर्जन करगैना होते हुए चौपुला पुल से करा दिया गया था। इस वजह से छावनी क्षेत्रे वाहनों का प्रवेश नहीं हो रहा है।

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