मैंने पहली फिल्म आंखें बनायी तो लोगों ने कहा ऐसे सब्जेक्ट यहां नहीं चलते- विपुल शाह, निर्देशक

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RGAन्यूज़

बतौर फिल्ममेकर इंडस्ट्री में दो दशक से अधिक बिता चुके विपुल ने पहली बार मेडिकल थ्रिलर जॉनर का निर्देशन किया है वहीं निर्देशक के तौर पर उनका यह डिजिटल डेब्यू भी है। पेश है ह्यूमन सीरीज को लेकर विपुल से एक्सक्लूसिव बात

नई दिल्ली। डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर 14 जनवरी को मेडिकल थ्रिलर वेब सीरीज ह्यूमन रिलीज हो रही है। इस सीरीज की कहानी इंसानों पर दवाओं के परीक्षण (Human Drug Trial) की पृष्ठभूमि पर कही गयी है। सीरीज में शेफाली शाह और कीर्ति कुल्हरी मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि निर्माण और सह-निर्देशन विपुल अमृतलाल शाह ने किया है। मोजेज सिंह दूसरे निर्देशक हैं। अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, परेश रावल, अर्जुन रामपाल और सुष्मिता सेन अभिनीत क्राइम थ्रिलर आंखें से इंडस्ट्री में बतौर निर्देशक विपुल ने अक्षय कुमार के साथ कुछ हिट फिल्में दी हैं। वहीं, कमांडो फिल्म सीरीज के लिए भी विपुल पहचाने जाते हैं।

बतौर फिल्ममेकर इंडस्ट्री में दो दशक से अधिक बिता चुके विपुल ने पहली बार मेडिकल थ्रिलर जॉनर का निर्देशन किया है, वहीं निर्देशक के तौर पर उनका यह डिजिटल डेब्यू भी है। हालांकि, डिज्नी प्लस हॉटस्टार के लिए वो विद्युत जाम्वाल अभिनीत फिल्म सनक का निर्माण कर चुके हैं। पेश है ह्यूमन सीरीज को लेकर विपुल से एक्सक्लूसिव बातचीत-

मेडिकल थ्रिलर बनाने का विचार कैसे आया? क्या यह किसी सच्ची घटना से प्रेरित है?

मैंने एक आर्टिकल पढ़ा था। 2007 में अफ्रीका में एक ड्रग टेस्टिंग बड़े पैमाने पर गलत हो गया था। हजारों लोगों की जान चली गयी थी। अफ्रीका में एड्स का एपिडेमिक उस ड्रग टेस्टिंग के जरिए शुरू हुआ था, क्योंकि एक सीरिंज को कई लोगों पर इस्तेमाल किया गया था। उसकी वजह से वहां बहुत अफरातफरी मची थी। नतीजतन, WHO और यूनाइटेड नेशंस ने अफ्रीका में ड्रग टेस्टिंग बैन कर दी थी। वो आर्टिकल पढ़ने के बाद मुझे लगा कि भारत में क्या हो रहा है, यह मुझे जानना होगा। इंडिया में ह्यूमेन ड्रग टेस्टिंग की क्या सिचुएशन है, यह मुझे जानना है और वहां से इस विषय की शुरुआत हुई। हमने बहुत रिसर्च करने के बाद पहले इसे एक फिल्म की तरह लिखने की कोशिश की, लेकिन हमें लगा कि एक फिल्म के दायरे में हम इस सब्जेक्ट को समेट नहीं पा रहे हैं। इसके लिए हमें लॉन्ग फॉर्मेट चाहिए। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जाना चाहिए। इसीलिए यह डिजिटल शो बना। हमने रिसर्च के बाद इसमें जो तथ्य डाले हैं, वो बिल्कुल सही हैं। बस कहानी काल्पनिक है।

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