यूपी चुनाव से पहले जानिए कैसे सेंध लगाने में भाजपा हो गई सफल सपा के गढ़ फिरोजाबाद में

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

UP Assembly Election 2022 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद जिला पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर रार शुरू हुई। इसके बाद विधायक हरिओम यादव बागी हो गए। हरिओम और उनके पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पुत्र विजय प्रताप को सपा से निष्कासित कर दिया 

दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते विधायक हरिओम यादव।

आगरा,फिरोजाबाद जिले में सपा का गढ़ माने जाने वाले सिरसागंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने सेंध लगा दी। कई दिनों से चल रही कवायद के बाद सपा से निष्कासित चल रहे विधायक हरिओम यादव ने बुधवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके बाद सियासी समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं।

2012 में गठित सिरसागंज विधानसभा को सपा का गढ़माना जाता रहा। यादव बाहुल्य क्षेत्र में 2012 और 2017 में सपा के हरिओम यादव ने जीत हासिल की थी। 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद जिला पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर रार शुरू हुई। इसके बाद विधायक हरिओम यादव बागी हो गए। हरिओम और उनके पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पुत्र विजय प्रताप को सपा से निष्कासित कर दिया गया

इसके बाद हरिओम यादव खुलकर शिवपाल यादव के साथ चले गए और सपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो राम गोपाल यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्रो यादव से चल रही अदावत उनके बेटे अक्षय यादव के लोकसभा चुनाव में हार के बाद और गहरी हो गई। जिला पंचायत के चुनाव में भाजपा ने हरिओम यादव को अपने पाले में लेकर अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया। इसके बाद से हरिओम का भाजपा में जाना तय माना जा रहा था

शिवपाल की ओर से जवाब न मिलने पर हरिओम हुए

प्रस्पा प्रमुख शिवपाल सिंह के सपा से गठबंधन के बाद हरिओम यादव को सपा मैं वापसी की उम्मीद नजर आ रही थी। मगर प्रो रामगोपाल यादव हरिओम की वापसी को तैयार नहीं थे। शिवपाल की ओर से कोई पॉजिटिव जवाब न आने के कारण हरिओम ने भाजपा में जाने का फैसला ले लिया।

कद्दावर नेता हैं हरिओम

जिला पंचायत अध्यक्ष और तीन बार के विधायक हरिओम जमीन नेता माने जाते हैं। उनकी पत्नी और बेटा लगातार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतते रहे हैं। क्षेत्र में यादवों का उन्हें समर्थन है। अब देखना ये हैं कि यादव वोट उनके भाजपा में आने के बाद साथ रहता है या 

लायम सिंह से है समधी का रिश्ता

हरिओम यादव के सगे भाई राम प्रकाश नेहरू की बेटी सैफई परिवार में ब्याही है। मैनपुरी के पूर्व सांसद तेजू के हरिओम नाना लगते हैं।

सिरसागंज में यादव ठाकुर का गठजोड़

सिरसागंज विस में ठाकुर वोट भी अच्छी संख्या में हैं। पिछली बार पूर्व मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह भाजपा प्रत्याशी थी और हरिओम ने उन्हें हराया था। अब दोनों एक ही दल में हैं। इससे भाजपा की स्थिति मजबूत नजर आ रही है। 

News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.