RGAन्यूज़
न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने सर्दी जुकाम होने पर अपनी कोरोना जांच कराई थी। इस दौरान वे होम आइसोलेट रहे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मुख्य न्यायाधीश के संक्रमित होने की पुष्टि की है। मालूम हो कि इससे पहले भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में पांच जज कोरोना संक्रमित हुए
कोविड गाइड लाइन के पालन में जरा सी चूक पर वायरस चपेट में ले लेता है।
प्रयागराज,। तेजी से फैल रही महामारी की तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रह पाना अब काफी मुश्किल हो रहा है। आलम यह है कि कोविड गाइड लाइन के पालन में जरा सी चूक पर वायरस चपेट में ले लेता है। बुधवार को कोरोना वायरस से इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल भी संक्रमित हो गए। आरटीपीसीआर रिपोर्ट पाजिटिव आते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया और इलाज के उच्च स्तरीय इंतजाम किए गए
सर्दी जुकाम होने पर कराया था कोविड टेस्ट
बताया गया कि न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने सर्दी जुकाम होने पर अपनी कोरोना जांच कराई थी। इस दौरान वे होम आइसोलेट रहे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मुख्य न्यायाधीश के संक्रमित होने की पुष्टि की है। मालूम हो कि इससे पहले भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में पांच जज कोरोना संक्रमित हुए हैं। उन सभी की हालत अब ठीक है और रिपोर्ट निगेटिव भी हो चुकी है। साफ है कि कोरोना से बचाव के लिए हर किसी को ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है। जनवरी की शुरूआत से ही कोरोना प्रयागराज में तेजी से पैर पसार रहा
तेजी से लोगों को चपेट में ले रहा वायरस
धीरे धीरे कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। महिलाएं, युवा, बूढ़े, बच्चे सभी इसकी जद में आ रहे हैं। डाक्टर, इंजीनियर, कर्मचारी कोई भी इसकी जद में आने से बच नहीं पा रहा है। वजह यह कि दो गज की शारीरिक दूरी तथा मास्क लगाने में जरा सी कोताही बरतने पर कोरोना इंफेक्शन हो जा रहा है। हालांकि यह भी राहत की बात है कि केस बढ़ने की तुलना में अब तक प्रयागराज में अस्पताल में भर्ती और मृत्यु की संख्या बहुत कम है।