यूपी चुनाव 2022: कांग्रेस के सामने सूखा मिटाने का संकट, तीन दिन के भीतर पार्टी को लगा झटके पर झटका

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RGAन्यूज़

यूपी चुनाव 2022 कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद और दोनों विधायकों मसूद अख्तर और नरेश सैनी के पार्टी छोड़ देने से कांग्रेस के सामने सूखा मिटाने का संकट पैदा हो गया है। - बोले जिलाध्यक्ष पार्टी इससे निपटने को तै

तीन दिन के भीतर कांग्रेस को लगा झट

सहारनपुर,। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद और दोनों विधायकों मसूद अख्तर और नरेश सैनी के पार्टी छोड़ देने से कांग्रेस के सामने सूखा मिटाने का संकट पैदा हो गया है। अब तक दोनों सिटिंग विधायकों को ही पुन: टिकट देकर दोनों सीटों को जीतने की कोशिश में लगी कांग्रेस के सामने संकट का पहाड़ खड़ा हो गया है। कांग्रेस के सामने दोनों सीटों पर नए सिरे से कसरत करने की चुनौती आ गई है। कहीं न कहीं कार्यकर्ताओं का हौसला भी पस्त हुआ है। हालांकि कांग्रेस जिलाध्यक्ष का कहना है कि पार्टी को इस स्थिति का अंदेशा था, इससे निपटने के लिए पहले ही पार्टी तैयार हो चुकी थी।

अब पार्टी का नेतृत्व भले ही कुछ भी कहे लेकिन यह सच है कि प्रदेश में अपना अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रही कांग्रेस के लिए सहारनपुर एक नजीर थी। इसके पीछे बड़ा कारण इमरान मसूद भी थे। जिले में उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने वर्ष 2017 के चुनाव में दो सीटों पर जीत हासिल की थी। इमरान और दोनों सिटिंग विधायक के जाने के बाद कांग्रेस के समक्ष एक बार फिर राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है।

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चौधरी मुजफ्फरअली का कहना है कि इमरान मसूद पिछले कई महीनों से पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इसके बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि वह किसी भी समय पार्टी छोड़ सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए पार्टी ने अपनी रणनीति तैयार की और जिले की सभी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया है। उनका कहना है कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में पार्टी का जनाधार बढ़ा है, और पार्टी अपने दम पर अकेले चुनाव लड़ेगी।

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