सीपीडब्ल्यूडी या एनबीसीसी से कराया जा सकता है मेरठ में खेल विवि का निर्माण

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RGAन्यूज़

अखिल भारतीय स्तर की संस्था करेगी खेल विवि का निर्माण। लोक निर्माण विभाग ने किसी जानकारी से जताई अनभिज्ञता। खेल विभाग के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने इस पर अपनी मुहर लगाई है। देशभर की नामचीन संस्थाओं को निर्माण करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा

मेरठ में मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय का निर्माण।

मेरठ,। सरधना के सलावा में 700 करोड़ की लागत से बनने वाले मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय का निर्माण सीपीडब्ल्यूडी (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) व एनबीसीसी (नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन) से कराया जा सकता है। इससे पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा ईपीसी मोड पर किया जाना था। खेल विभाग के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने इस पर अपनी मुहर लगाई है

देशभर की नामचीन संस्थाओं को निर्माण करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। हालांकि, खेल विवि के निर्माण से लोक निर्माण विभाग को हटाए जाने के विषय से लोनिवि के स्थानीय अधिकारी अनभिज्ञता जता रहे हैं। दो जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सलावा में मेजर ध्यानचंद खेल विवि का शिलान्यास किया था। सीपीडब्ल्यूडी - केंद्रीय लोक निर्माण विभाग जिसे सामान्य तौर पर सीपीडब्ल्यूडी के नाम से जाना जाता

भारत सरकार की प्रमुख एजेंसी है जिसे परिसंपत्तियों का निर्माण करने व अन्य व्यापक सेवाएं उपलब्ध कराती है। केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करने वाली निर्माण संस्था है। जो देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े निर्माण कार्यों को करती है। एनबीसीसी -राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम लि. यह भारत सरकार के सिविल इंजीनियरिंग उद्यम के रूप में स्थापित है। इसका मुख्यालय दिल्ली में है। यह अपनी क्षमताओं, अभिनव दृष्टिकोण, गुणवत्ता के उच्चतम मानक का पालन, समय पर सुपुर्दगी व समर्पित कार्य बल के कारण निर्माण क्षेत्र में निर्विवाद नेतृत्व के रूप में उभरा है।

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