RGAन्यूज़
स्वास्थ्य सचिव ने सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
चंडीगढ़। Chandigarh Corona New Guideline: कोरोना जांच के लिए लोग गलत जानकारी दे रहे हैं। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जहां लोग कोरोना टेस्टिंग के दौरान अपना एड्रेस से लेकर मोबाइल नंबर तक गलत बता रहे हैं। ऐसा इसिलए किया जा रहा है ताकि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आए तो वह विभागीय कार्रवाई से बच
ऐसे में स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने शुक्रवार को शहर के सभी सरकारी अस्पतालों जिनमें गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर 32, गवर्नमेंट मल्टी स्पेशएलिटी हॉस्पिटल सेक्टर-16 के अलावा पीजीआइ चंडीगढ़ और सभी प्राइवेट हॉस्पिटलों और क्लीनिक को आदेश जारी किए हैं कि जो भी व्यक्ति कोरोना टेस्ट कराने आता है उसका आधार कार्ड लेकर सही पता और मोबाइल नंबर फार्म में भरा जाए ताकि रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संक्रमित मरीज को क्वारंटाइन किया जा सके। इसके अलावा उस मरीज के संपर्क में जो भी लोग आए हैं उनका पता कर कोविड सैंपल लेकर टेस्टिंग की जा सके
स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने बताया कि ज्यादातर ऐसे मामले प्राइवेट हॉस्पिटल और क्लीनिक द्वारा सामने आ रहे हैं जहां मरीजों का कोरोना टेस्ट करते समय फार्म में सही पता, मोबाइल नंबर, नाम और उम्र को नहीं लिखा जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि ऐसे प्राइवेट क्लीनिक और अस्पतालों के खिलाफ एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सचिव ने बताया कि शहर में बढ़ते संक्रमित मामलों को देखते हुए कोरोना टेस्टिंग बढ़ा दी गई है ताकि संक्रमित मरीजों का जल्द से जल्द पता लगाकर उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके और बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा
स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने इस संदर्भ में स्वास्थ्य निदेशक डॉ सुमन सिंह, जीएमसीएच 32 के डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉक्टर जसविंदर कौर, पीजीआइ के डायरेक्टर प्रोफेसर सुरजीत सिंह और शहर के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल और क्लीनिक के संचालकों को निर्देस जारी कर दिए हैं। वहीं स्वास्थ्य सचिव ने स्वास्थ्य निदेशक डॉ सुमन सिंह को कोरोना टेस्टिंग को लेकर सैंपल लेने के दौरान भरे जाने वाले फार्म की जांच करने के लिए कहा है ताकि यह पता चल सके कि कौन इन नियमों का पालन कर रहा है और कौन नहीं।