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शनि प्रदोष करने से नवविवाहित दंपत्ति को संतान की प्राप्ति होती है। अतः व्यक्ति विशेष को शनि प्रदोष व्रत जरूर करना चाहिए। इस दिन भगवान शिवजी माता पार्वती और शनि देव की पूजा करने का विधान है। इससे जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन
: शनि प्रदोष पर ऐसे करें भगवान शिव को प्र
Pradosh Vrat 2022: सप्ताह के सातों दिनों को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को नामों से पुकारा जाता है। साल का पहला प्रदोष व्रत शनिवार को पड़ रहा है। अत: यह शनि प्रदोष व्रत कहलाएगा। इस वर्ष पहला शनि प्रदोष व्रत 15 जनवरी को है। धार्मिक मान्यता है कि शनि प्रदोष करने से नवविवाहित दंपत्ति को संतान की प्राप्ति होती है। अतः संतान प्राप्ति की कामना करने वाले विवाहित दंपत्ति को शनि प्रदोष व्रत जरूर करना चाहिए। इस दिन भगवान शिवजी, माता पार्वती और शनि देव की पूजा करने का विधान है। इससे जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। इसके लिए सामान्य लोग भी शनि प्रदोष व्रत भी कर सकते हैं। अगर आप भी शनि प्रदोष व्रत के दिन शिवजी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इन उपायों को जरूर करें-
प्रदोष व्रत तिथि
पौष, शुक्ल त्रयोदशी शनिवार 15 जनवरी, 2022 को है। त्रयोदशी तिथि 14 जनवरी को रात्रि में 10 बजकर19 मिनट पर शुरु होकर 16 जनवरी को दोपहर में 12 बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगी। इस दौरान व्रती भगवान शिव जी एवं माता पार्वती की पूजा-उपासना कर सकते हैं।
-शनिवार के दिन व्रत उपवास रख सकते हैं। इस दिन श्रद्धापूर्वक शिवजी की उपासना
-पीपल को शिव का रूप माना जाता है। अत: शनि प्रदोष व्रत के दिन पीपल वृक्ष की पूजा जरूर करें। इसके लिए जल में काले तिल मिलाकर पीपल वृक्ष की जड़ में जल का अर्घ्य दें।
-शनिवार के दिन जल में काले तिल या इत्र मिलाकर शिवलिंग को अर्घ्य दें। इससे भी शिवजी शीघ्र प्रसन्न होते हैं।