चोरी इनका काम: दूसरों के खाते से पैसे चुराकर घूमने-फिरने के लिए कार खरीदी थी इन तीन जालसाजों ने

harshita's picture

RGA न्यूज़

ये जालसाज बिना गार्ड वाले एटीएम बूथ और जहां भीड़ अधिक होती थी वहां जाकर कम पढ़े लिखे और बुजुर्गों को मदद के नाम पर निशाना बनाते थे। बहाने से एटीएम कार्ड लेकर स्कीमर से स्कैन कर लेते थे। इसी बीच दूसरा सदस्य पिन कोड देख लेता था।

एसटीएफ ने तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने लोगों की गाढ़ी कमाई ऐंठ कर कार खरीद ली

प्रयागराज। यमुनापार के गन्ने टोल प्लाजा के पास एसटीएफ ने तीन ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने लोगों की गाढ़ी कमाई ऐंठ कर कार तक खरीद ली थी। एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर ये किसी के भी खाते से रुपये निकाल लेते थे। इनके पास से लैपटाप, छह बैंकों के ब्लैंक एटीएम कार्ड, कार्ड रीडर, स्कीमर, एक मीडिया चैनल का फर्जी आइकार्ड, लग्जरी कार बरामद हुई है। पूछताछ में तीनों ने बताया कि उप्र के साथ ही गुजरात, महाराष्ट्र, मप्र आदि राज्यों में भी लोगों को शिकार बना

उप्र के साथ ही कई राज्यों में कर चुके हैं वारदात

एसटीएफ के सीओ नवेंदु सिंह को कई दिनों से जानकारी मिल रही थी कि कुछ शातिर लोगाें के खाते से एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर रुपये निकाल रहे हैं। उन्होंने मुखबिरों को लगाया तो शनिवार को दिन में जानकारी मिली कि गन्ने टोल प्लाजा के पास कुछ संदिग्ध मौजूद हैं, जो एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार करते हैं। सूचना पाते ही एसटीएफ की टीम बताए गए स्थान पर पहुंची और तीन शातिरों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें रवि पांडेय निवासी कौवा थाना करछनना, अखिलेश दुबे निवासी पियरा थाना हलिया जनपद मीरजापुर व दिनेश कुमार निवासी मुंगारी थाना औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं। इसमें रवि पांडेय गैंग का सरगना है और उसने कंप्यूटर की पढ़ाई करने के बाद अपना गिरोह तैयार कर ठगी का यह काम शुरू किया था।

पूछताछ में तीनों ने बताया कि बिना गार्ड वाले एटीएम बूथ और जहां भीड़ अधिक होती थी, वहां पहुंच जाते थे। कम पढ़े लिखे और बुजुर्गों को मदद के नाम पर निशाना बनाते थे। बहाने से एटीएम कार्ड लेकर स्कीमर से कार्ड को स्कैन कर लेते थे। इसी बीच दूसरा सदस्य पिन कोड देख लेता था। बाद में कार्ड क्लोन कर खाते से रुपये निकाल लेते हैं। सीओ नवेंदु सिंह ने बताया कि गैंग के सरगना रवि पांडेय ने करीब एक महीने पहले धोखाधड़ी की कमाई से नई लग्जरी कार भी खरीद ली। उनके पास से एक मीडिया चैनल का फर्जी आइकार्ड भी बरामद हुआ है। इस कार्ड का इस्तेमाल ये इसलिए करते थे, ताकि अगर कहीं पुलिस इनको पकड़े तो ये इसे दिखाकर बच जाएं।

लैपटाप में मिला क्लोन साफ्टवेयर

पुलिस ने जब शातिरों के पास मिले लैपटाप को खंगाला तो उसमें क्लोन साफ्टवेयर मिला। एसटीएफ के सीओ के मुताबकि रवि ने इसे शहर की एक दुकान से खरीदा था। इस दुकानदार के बारे में पता लगाया जा रहा है और उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.