हनुमान जी पर बयानबाजी तेज, बुक्कल ने मुसलमान बताया तो लक्ष्मी नारायण नेे जाट

Praveen Upadhayay's picture

RGA News लखनऊ

हिन्दुओं के आराध्य हनुमान जी के जाति-धर्म को लेकर चल रही बहस में गुुुुरुवार को नया अध्याय जुड़ गया। अपने विवादित बयानों के कारण अक्सर सुर्खियों में रहने वाले भाजपा एमएलसी बुक्कल नवाब ने इस बार बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। हनुमान जी की जाति को लेकर चल रही बहस में कूदते हुए उन्होंने हनुमान जी को मुसलमान बता डाला। उधर, भाजपा के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने विधानसभा की कार्यवाही के दौरान उन्हें जाट बता दिया। 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनावी भाषण में हनुमान जी को कथित तौर पर दलित बताए जाने के बाद शुरू हुई इस बहस में शामिल होते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंद कुमार साय ने कहा था कि हनुमान जी दलित नहीं आदिवासी हैं। उन्होंने यह दावा भी किया था कि आदिवासियों में हनुमान गोत्र भी होता है। इस बीच बुधवार को यहां लखनऊ में भाजपा के ही एमएलसी बुक्कल नवाब ने उन्हें मुसलमान बताया तो कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने उन्हें जाट बताया। उधर विश्व हिन्दू परिषद ने बुक्कल नवाब के बयान को मुस्लिमों के लिए संदेश बताया है। 

प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सपा छोड़कर भाजपा में आए बुक्कल नवाब इससे पहले राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। हालांकि वह अयोध्या के अधिग्रहीत परिसर में विराजमान रामलला को सोने का मुकुट भेंट करने की बात भी करते रहे हैं। गुुुुरुवार को विधान परिषद सत्र के दौरान विधान भवन परिसर में ही मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने हिन्दुओं के आराध्या हनुमान जी को लेकर विवादित बयान दे दिया।

उन्होंने सीधे-सीधे कहा कि हनुमान जी हमारे हिसाब से मुसलमान थे। उन्होंने आगे कहा-‘हनुमान जी मुसलमान थे इसीलिए मुसलमानों में रहमान, फुरकान, अरमान, रेहान व जीशान जैसे नाम रखे जाते हैं। ऐसी पूरी लिस्ट है जिसमें करीब करीब 100 नाम मिलेंगे। हिन्दू भाइयों में ऐसे नाम नहीं मिलते। हिन्दुओं में हनुमान नाम तो मिलता है लेकिन सुल्तान, रहमान, अरमान व रमजान जैसे नाम नहीं मिलते।’

इससे पहले लखनऊ में ही बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के कार्यक्रम के दौरान बुक्कल नवाब ने मंच से ही अयोध्या के विवादित स्थल की चर्चा शुरू करते हुए वहां पर मस्जिद भी बनाए जाने की वकालत कर दी थी। उनकी इस टिप्पणी से कार्यक्रम में हंगामा हो गया था और उनके खिलाफ नारेबाजी होने लगी थी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी मौजूद थे। बाद में बुक्कल नवाब ने अपने बयान को लेकर सफाई दी थी और अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने की मांग करते हुए अपनी ओर से भगवान राम को सोने का मुकुट भेंट करने की पेशकश की थी।

एमएलसी विहिप ने मुस्लिमों से की घर वापसी की अपील : 

बुक्कल नवाब द्वारा हनुमान जी को मुस्लिम बताए जाने पर विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि बुक्कल नवाब सहित भारत में रहने वाले अधिकतर मुसलमानों के पूर्वजों का रक्त संबंध हिंदू हिंदुओं से जुड़ा हुआ है। हनुमान जी को अपना मान कर उन्होंने सिद्ध कर दिया कि भगवान राम भगवान कृष्ण और हनुमान जी भी हमारे ही देवी देवता हैं। विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा बुक्कल नवाब ने जो बयान दिया है वह कहीं ना कहीं यह प्रदर्शित करता है कि भारत में रहने वाले अधिकतर मुसलमानों ने गुलामी काल में तलवार और धर्म ग्रंथों के बल पर मुस्लिम धर्म को स्वीकार किया था जिन्हें अब अपनी घर वापसी करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि भगवान राम तथा उनके अनन्य सेवक सेवक हनुमान जी ने संपूर्ण राष्ट्र को एक सूत्र में जोड़ने का काम किया है। उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम मे आज भी वह समाज को  एक सूत्र में बांधने का काम कर रहे हैं। बुक्कल नवाब का बयान भी इसी परिपेक्ष में माना जाना चाहिए। हनुमान जी कलयुग में आज भी समाज की रक्षा कर रहे हैं और बुक्कल नवाब का बयान कहीं ना कहीं हनुमान जी से सुरक्षा प्राप्त करना और मुस्लिम समाज को संदेश देने वाला है कि आपके पूर्वज भी हनुमान ही हैं, इसलिए उनके शरण में आने पर ही कल्याण होगा।

News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.