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कारोबारी सहमे 600 करोड़ के व्यापार पर संकट के बादल। वेडिंंग इंडस्ट्री संचालकों के चेहरे की रौनक गायब। प्रवेश द्वारा पर कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना खुले स्थानों में एक समय में ग्राउंड की क्षमता के 50 प्रतिशत आमंत्रित अतिथियों को मास्क की अनिवार्यता होगा।
कोरोना की पाबंदियों के कारण वेडिंग इंडस्टृी संचालकों के चेहरे की रौनक गायब।
आगरा,। तीन बार से कोरोना महामारी के संक्रमण ने हर किसी की आय को प्रभावित किया है। खासकर वैवाहिक कार्यक्रमों से जुड़े व्यवसायी। अब लगन का मौसम शुरू हो गया है, लेकिन संक्रमण बढ़ने से होटल से लगायत टेंट व स्टेज सजावट करने वाले, हलवाई और अन्य व्यवसायियों की चिंता बढ़ गई है। सबसे अधिक 70 फीसद गिरावट कपड़ा बाजार में आई है। सराफा, होटल, किराना समेत कई अन्य ट्रेड की बिक्री में भी बड़ा अंतर आया है। गर्म वस्त्र, शूट, शेरवानी, लहंगा, होजरी समेत सभी बाजार डाउन हुए हैं। कारोबारियों के चेहरों की रौनक गायब है। करीब 200 शादियों के आर्डर रद़द हो गए है। होटल बंदी के कगार पर है। कोविड, ठंड व विस चुनाव की प्रक्रिया के चलतेे बाजार में कारोबार पूरी तरह प्रभावित है। ऐसे मेंं सहालग में करीब 600 करोड़ का कारोबार प्रभावित होने की उम्मीद है।
कोरोना महामारी की पिछली दो लहर में व्यवसाय चौपट होने से व्यापारी पहले से चिंतित हैं। अब उनकी परेशानी और बढ़ सकती है। क्योंकि कहीं भी भीड़ न जुटे, इस पर प्रशासन का पूरा जोर रहेगा। जिनके घरों में बेटे-बेटियों की शादी है, उन्होंने भी विवाह के खर्चे कम कर दिए हैं। लोगों ने शुभ मुहूर्त में बेटे-बेटियों की शादी महीनों पहले तय कर दी थी। क्योंकि जिस तरह से इस साल हालात सामान्य हुए थे, ऐसा लग रहा था कि संक्रमण थम गया है। लिहाजा शादियों की तैयारी भी शुरू कर दी गई थी। विवाह घरों, होटलों की बुकिंग कर ली गई। इसी तरह टेंट, कैटरिंग, स्टेज सजावट, हलवाई से बुकिंग हो गई। इसके अलावा अन्य तैयारियां की जा रही थीं, लेकिन अचानक कोरोना की तीसरी लहर फिर आ गई। संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे में पाबंदियां बढ़ने पर
आगरा सराफा एसोसियेशन के अध्यक्ष निलेश अग्रवाल, मंत्री अशोक कुमार अग्रवाल, उत्तर प्रदेश कपड़ा व्यापार संगठन के महामंत्री टीएन अग्रवाल, आगरा रेडीमेड गारमेंट संगठन के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल और सचिव अशोक माहेश्वरी की माने तो शनिवार को बाजार ठंडा रहा। मंगाया गया माल इस सहालग में पहले की तरह उठेगा या फिर गोदामों और शोरूम में ही डंप रहेगा, यह चिंंता भी सताने लगी है। चिंता इस बाद की भी है कि वह माल मंगाएं या नहीं। सीमित संख्या में होने वाली शादियों में माल बिकेगा या नहीं, इसे लेकर बाजार में संशय की स्थित है। कारोबार में लगातार गिरावट बाजार की रफ्तार को कम रही है वस्त्रों और कंबल की बिक्री लगातार प्रभावित होती जा रही है। यहां तक सर्दियों में बिकने वाले कंबल तक का कारोबार इस बार आधे से भी कम रहा है। सहालग होने के बावजूद साड़ी, लहंगा, सराफा आदि का काम लगातार घट रहा है। सराफा बाजार नौ दिन चल अढा़ई कोस वाली हालत पर फिर से आ गया है। होटल और लान कारोबार पर काेरोना का ग्रहण लग गया है। कोरोना काल में काढ़ा के आइटम काली मिर्च, लौंग, दालचीनी, हल्दी आदि चीजों की बिक्री जरूर थोड़ा बढ़ी है लेकिन अन्य आइटम शांत हैं। बाजार में अन्य मसाले के आइटम जरूरत के मुताबिक ही लोग ले रहे हैं। पहले की तरह रोज अन्य जिलों को होने वाली चार से पांच ट्रक किराना आइटम की आपूर्ति घटकर आधी रह गई है। शनिवार को करीब 30 करोड का का
ज्यादातर शादियां रात
वेडिंग इंडस्ट्री की पचास प्रतिशत आय रात को होने वाले कार्यक्रमों से होती है। शादी समारोह में इस शहर की यह परंपरा है कि अधिकांश मांगलिक कार्य रात में ही होते हैं। रात के कर्फ्यू से शादी के घरों वाले परिवारों के काफी आर्डर रद्द हो रहे है। इससे इंडस्ट्री को नुकसान उठा
डीएम प्रभु एन सिंंह ने बताया कि बंद स्थान पर एक समय में अधिकतम 300 से अतिथियों को मास्क की अनिवार्यता के साथ रह सकते हैं। प्रवेश द्वारा पर कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना, खुले स्थानों में एक समय में ग्राउंड की क्षमता के 50 प्रतिशत आमंत्रित अतिथियों को मास्क की अनिवार्यता होगा। अतिथियों को दो गज की दूरी का पालन करना होगा। सैनिटाइजर रखना भी अनिवार्य है।