अगवा बेटी की तलाश में कर्जदार हो गई मां, आगरा से कोलकाता तक हो चुकी तलाश, नहीं मिला कोई सुराग

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

फतेहाबाद थाना क्षेत्र से 24 नवंबर को हुई गायब कोलकाता में मिली थी लोकेशन। कोलकाता में छह दिन तक खाक छानने के बाद खाली हाथ लौटी पुलिस। इधर मां ने बेटी के मिलने की आस में कर्ज लिया था बेटी भी मिली नहीं और कर्ज का बोझ चढ़ गया

आगरा से अगवा किशोरी का कोलकाता में भी कोई सुराग नहीं मिला

आगरा,। अपनी 16 साल की बेटी की तलाश में मां कर्जदार हो गई। आगरा से कोलकाता तक के चक्कर लगा लिए। बेटी की लोकेशन तो मिली, लेकिन वह बरामद नहीं हो सकी। कोलकाता गई पुलिस टीम छह दिन वहां की खाक छानने के बाद खाली हाथ आ गई। अब ब्याज पर रकम देने वाले दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं

फतेहाबाद थाना क्षेत्र निवासी किशोरी 24 नवंबर 2021 को घर से क्लीनिक तक अंगूठे में पट्टी कराने की कहकर गई थी। जब नहीं लौटी तो मां ने तलाश में खोजबीन शुरू कर दी। सुराग नहीं लगने पर मां ने फतेहाबाद थाने में जैकी, सुमित आदि पर बेटी को अगवा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। क्योंकि उन्होंने गायब होने से दो सप्ताह पहले बेटी को उठा ले जाने की धमकी दी थी। आरोपित ताजगंज के रहने वाले हैं। उनके घरों पर ताले लगे हुए

मां के अनुसार वह खेतों में मजदूरी कर परिवार का खर्च चला रही है। बेटी को खोजने के लिए ब्याज पर लगभग ढाई लाख रुपये कर्ज ले चुकी है। किशोरी की लोकेशन कोलकाता में मिली।पुलिस की टीम 13 जनवरी को कोलकाता गई थी। छह दिन कोलकाता की खाक छानने के बाद पुलिस खाली हाथ लौट आई। बेटी दो महीने बाद भी बरामद नहीं हो सकी है। उधर, ब्याज पर रकम देने वाले अब तकादा कर रहे हैं। इंस्पेक्टर फतेहाबाद आलोक सिंह ने बताया किशोरी की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं

बेटी के नाम से साजिश के तहत भेजे जा रहे हैं प्रार्थना पत्र

पीड़ित मां ने बताया कि बेटी सिर्फ अपना नाम लिखना जानती है। उसके नाम से कोलकाता से पुलिस के पास प्रार्थना पत्र भेजे जा रहे हैं। जिसमें वह उस पर अपना सौदा करने का आरोप लगा रही है। मां का कहना है कि आरोपित साजिश के तहत बेटी के नाम से प्रार्थना पत्र पुलिस को भेज रहे हैं। जिससे कि पुलिस इन पत्रों को सही मानकर उसकी तलाश बंद कर दे। आरोपित इसका फायदा उठाकर बेटी को गलत हाथों में सौंप सकते हैं।

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.