अलीगढ़ में वर्चुअल योद्धाओं ने संभाली थी चुनाव की कमान, बूथ स्तर तक बनाई थी जबरदस्त पकड़

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RGAन्यूज़

अलीगढ़ की सात विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को मतदान सम्‍पन्‍न हो गया। इस दौरान एक बात उभर कर आयी कि चुनाव प्रचार पर आयोग ने प्रतिबंध लगा दिया था कुछ दिशा निर्देशों पर ही काम हो रहा था लेकिन आईटी सेल ने जमकर वर्चुअल प्र

अलीगढ़ विधानसभा चुनाव में वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार किया

अलीगढ़, । भाजपा ने इस बार बूथ संरचना को बहुत मजबूत बनाया था चुनाव प्रबंधन भी बेहतरीन तरीके से किया था। इसके पीछे भाजपा की सोशल मीडिया टीम थी ही आईटी सेल में भी बहुत बड़ा काम किया । चुनाव के समय में अचानक ही आईटी सेल पर फोन आ जाया करता था कि बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से प्रदेश के नेता संपर्क करेंगे और बातचीत करेंगे, उसी समय आईटी सेल की टीम सक्रिय हो जाती थी और कार्यकर्ताओं को जोड़ने की तैयारी में लग जाया करती थी । बमुश्किल 1 घंटे में बूथ तक पहुंच हो जाया करती थी और बहुत आसानी से जिला क्षेत्र यहां तक कि प्रदेश तक के नेता बात कर लिया करते

पांच साल पहले से चल रही थी तैयारी

आईटी सेल के प्रमुख विक्रांत गर्ग ने बताया कि भाजपा ने यह काम 1 दिन में नहीं किया हमारे यहां संगठन में करीब 5 साल से यह व्यवस्था थी जिस व्यवस्था के अनुसार हम सब लगातार बैठकर गोष्ठियों आदि कार्यक्रम किया करते थे इसलिए जब चुनाव आया तो हमें बूथ तक बातचीत करने में या अपने प्रचार सामग्रियों को पहुंचाने में जरा भी दिक्कत नहीं आई। प्रधानमंत्री की वर्चुअल रैली हो या फिर बड़ी-बड़ी जनसभाएं हो उन सबको हमने जिले से लेकर मंडल तक और मंडल से लेकर बूथ तक पहुंचाने का काम किया। इससे पार्टी की विचारधारा और पार्टी का संदेश एकदम निचले स्तर तक पहुंचा, जिससे सभी जुड़ सकें। विक्रांत गर्ग ने बताया कि मोबाइल फोन, इंटरनेट व सोशल मीडिया के जरिए, एक-एक मतदाता तक पहुंचने की व्यवस्था की गई थीं। बूथ स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप काम कर रहा था। रोड शो, रैली, जनसभा व जुलूसों पर पाबंदी के बाद भाजपा का आईटी विभाग व सोशल मीडिया सेल सक्रिय हो गया था। भाजपा के वर्चुअल योद्धा पूरी तरह से तैयार थे। वीडियो कांफ्रेसिंग का सेटअप तैयार किया गया। वर्चुअल महारैली भी कराई गई। इससे एक साथ पांच लाख लोगों को जोड़

डिजिटल वर्ल्‍ड में भाजपा की मजबूत उपस्‍थि

आईटी विभाग के संयोजक विक्रान्त गर्ग का कहना है कि डिजिटल वर्ल्ड में भाजपा की मजबूत उपस्थिति है। चुनाव प्रचार अभियान को मजबूती से आगे इसलिए बढ़ाया जा सका था। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान आईटी विभाग व सोशल मीडिया टीम ने अपना विस्तार किया था। यह पहला मौका है। संयोजक का कहना है कि क्षेत्र, जिला, महानगर के साथ ही हर विधानसभा क्षेत्र में टीम की सक्रियता थी। मोबाइल फोन, इंटरनेट व सोशल मीडिया के जरिए, एक-एक मतदाता तक पहुंचने का काम किया गया। हमारे सभी बूथ स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप 

दो मिनट में पहुंचती थी सूचना

 

सोशल मीडिया एक्स्पर्ट विशाल देशभक्त ने बताया कि एक साथ सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर नोटिफिकेशन भेजे जाते थे। जो लोग रैली, जनसभा या कांफ्रेंसिंग से जुड़ते थे, उन सबको ट्रैक किया जाता था। वीडियो कांफ्रेंसिंग का जो सेटअप लगा था, उससे एक साथ पांच हजार लोगों को जोड़ा जा सकता था। कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए भाजपा की टीम पूरी तरह से तैयार थी। हर युवा, महिला व लोगों के हाथ में स्मार्ट फोन है। सबकी सोशल मीडिया पर सक्रियता रही थी। भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार के कामकाज से जनता खुश है। सकारात्मक माहौल बनाया गया है। जिसे हम लोगों ने चुनाव में बखूबी लोगों तक पहुंचाने का काम किया इसी के चलते जनता का भी भरपूर सहयोग मिला। विशाल देश भक्तों ने बताया की पीएम की वर्चुअल रैली में लोगों का उत्साह देखते बनता था कार्यकर्ता तो जुड़े ही थे मगर आम जनता भी जुड़ रही थी विशाल ने बताया कि उनके पास सैकड़ों फोन आए होंगे और हर कोई पीएम की वर्चुअल रैली से जुड़ने के लिए लिंक मांग रहा था। यह पहली बार देखा गया कि इस तरह की दीवानगी लोगों के अंदर थी, जो पीएम को सुनने के लिए बेताब थे।इसमें बहुत बड़ी संख्या में जनता थी, जो रैली से जुड़ना चाह रही थी और बहुत आराम से लोगों ने घरों में बैठकर पीएम को सुना था।उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में जिस प्रकार से आईटी सेल, सोशल मीडिया का प्रयोग किया गया तो आने वाले दिनों में चुनाव में यह बड़ी क्रांति लेकर निश्चित तौर पर आएगा। विशाल ने कहा हमारा स्ट्रक्चर पहले से खड़ा था इसलिए हम लोगों को काम करने में दिक्कत नहीं आई। अन्य दल तैयारी करते ही रह गए।

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