जाना है आगरा से दिल्ली तो कर लें किसी और साधन का इंतजाम, यहां तो बिजी हैं रोडवेज बसें

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

पलवल होकर दिल्ली रूट के यात्रियों को सबसे ज्यादा हो रही मुश्किल। अलीगढ़ बरेली मुरादाबाद मेरठ लखनऊ रूट पर भी बसों की कमी। आगरा की अधिकतर नई बसें सुरक्षा बल के लिए प्रशासन ने अधिग्रहित 

आगरा में बसों की कमी होने के कारण परेशान यात्री

आगरा, । मतदान की व्यवस्था में 300 रोडवेज बसों को लगाया गया है, जिस कारण हर रूट पर बसों की किल्लत हो गई है। सबसे ज्यादा मुश्किल दिल्ली, पलवल, मथुरा रूट पर हो रही है। इसका कारण है कि पुरानी रोडवेज बसों को दिल्ली नहीं भेजा जाता है और अधिकतर नई बसें सुरक्षा बल के लिए प्रशासन ने अधिग्रहित कर ली है। इसके साथ ही अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, लखनऊ रूट पर भी बसों की कमी है, लेकिन जिस रूट पर एससी बसें है, उस पर महंगे टिकट को वहन करने वाले यात्रियों को राहत है

रविवार दोपहर एक बजे आइएसबीटी पर पलवल जाने के लिए पहुंचे आशुतोष ने बताया कि कमला नगर में रहते हैं और पलवल में एक फैक्ट्री में जाब करते हैं। मतदान के लिए आगरा आए थे, परिवार के साथ कुछ समय बिताकर लौटने के लिए एक घंटे से खड़े हैं, लेकिन बस नहीं है। लोग बता रहे हैं, कुछ देर पहले एक बस कई थी, जिसमें पैर रखने तक की जगह नहीं थी। मथुरा के शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले छात्र हर्षित ने बताया कि सोमवार को सेमिस्टर प्रोजेक्ट जमा होगा, इसलिए हास्टल पहुंचना है। सोचा समय से पहुंच कुछ तैयारी भी कर लूंगा, लेकिन डेढ़ घंटे में एक बस गई है, जिसने मना कर दिया कि मथुरा की सवारी को नहीं बैठाउंगा। इसके साथ ही दिल्ली रूट पर जाने वाली दूसरी सवारियां भी लंबे समय तक इंतजार करती रहीं। हरियाणा रोडवेज की बसों ने कुछ यात्रियों को राहत रही, लेकिन उन्होंने भी मथुरा की सवारियों को बैठाने से इन्कार किया। मेरठ जाने के परिवार सहित बस का इंतजार कर रहे विनय ने बताया कि कहा जा रहा है कि बसों की संख्या घटने से हर रूट पर मुश्किल आई है। 40 मिनट से अधिक हो गया, अभी और इंतजार करने के लिए पूछताछ पर कहा गया है। अाइएसबीटी प्रभारी चंद्रहंस ने बताया कि सवारियों की संख्या की संख्या का दबाव नहीं है। दिल्ली रूट पर कुछ यात्री अधिक होने का के कारण बसों की व्यवस्था की जा रही है। 

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.