सटीएफ ने दबोचा ठगों का अंतरराज्यीय गैंग, ओएलएक्स को बनाया ठगी का जरिया

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RGAन्यूज़

ओएलएक्स पर नौकरी का विज्ञापन देकर बेरोजगार युवाओं से करते थे ठगी। एक लैपटाप 3315 रुपये 23 मोबाइल चार एटीएम आठ सिम कार्ड दो आधार कार्ड एक पैन कार्ड एक श्रम कार्ड एक पैन ड्राइव एक ओटीजी डिवाइस एक स्मार्ट वाच चार फाइल बाइक 

एसटीएफ आगरा यूनिट की गिरफ्त में आये ठगी करने वाले गैंग के

आगरा,। आगरा के सदर क्षेत्र की गुलमोहर कालोनी में एक मकान में बने आफिस से युवाओं से ठगी की जा रही थी। शातिर पहले ओएलएक्स पर नौकरी का विज्ञापन देते थे। इसके बाद फर्जी सिम से काल करके युवाओं को नौकरी का झांसा देकर जाल में फंसा लेते थे। मेडिकल, पुलिस वेरिफिकेशन,वीजा और अन्य पेपर वर्क के नाम पर युवाओं से रुपये जमा करा लेते थे। इसके बाद उन्हें फर्जी आफर लेटर भी थमा देते थे। एसटीएफ ने सोमवार रात घर में दबिश देकर गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से लैपटाप, सिम व अन्य सामान बरामद हुआ है। यह गैंग दो वर्ष में करीब दो करोड़ की ठगी कर चुका है।

एसटीएफ आगरा यूनिट के इंस्पेक्टर हुकुम सिंह के मुताबिक, पिछले कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि एक गैंग लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगी का शिकार बना रहा है। इस पर टीम को लगाया गया था। सोमवार रात को मुखबिर की सूचना पर शमशाबाद रोड स्थित गुलमोहर कॉलोनी में ऋषि कुमार के मकान में दबिश दी गई। यहां पर ठगी करने वालों ने ऑफिस खोल रखा था। इस दौरान छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

वाट्सएप पर 

आरोपितों ने बताया कि गैंग का सरगना अजय है। वह ओएलएक्स पर नौकरी का विज्ञापन देते थे। कॉल करने वालों को बताते थे कि कोरोना महामारी की वजह से फोन पर ही साक्षात्कार लिया जा रहा है। साक्षात्कार लेने के बाद अच्छी कंपनी में नौकरी की बात कही जाती थी। कई लोगों को विदेश में नौकरी की भी बात कहते थे। इसके बाद मेडिकल और पुलिस सत्यापन के नाम पर खातों में रकम जमा कराई जाती थी। वाट्सएप पर फर्जी ऑफर लेटर भेजते थे, फिर रुपयों की मांग की जाती थी। एक व्यक्ति से 10 हजार से 25 हजार तक जमा करा लेते थे। जिन लोगों से विदेश में नौकरी लगने की बात कहते थे, उनसे वीजा, पेपर वर्क आदि के नाम पर भी रकम खातों में ट्रांसफर करा कर जमा करा लेते थे। जिन नंबरों से बात करते थे, उनकी सिम फर्जी आइडी पर ली गई होती है। खाते भी फर्जी दस्तावेजों की मदद से ही खुलवाएं हैं। इस मामले में रेंज साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपित दो वर्ष में 100 से अधिक लोगों से करीब दो करोड़ की ठगी कर चुके हैं। यह रकम को आपस में बराबर बांट लिया 

ये हुए गिरफ्तार

जौनपुर में थाना सराय ख्वाजा के धनाधनुआ गांव निवासी अजय कुमार, एटा में सकरौली के गांव हंसपुरा निवासी पुष्पेंद्र कुमार, फतेहाबाद के ईधौन निवासी रामकिशन, धौलपुर के मांगरौल गांव निवासी नारायन सिंह, अलीगढ़ के अलाहअदातपुर निवासी वीकेंद्र कुमार, संतकबीर नगर के बरगरदवां खुर्द निवासी अमरेंद्र कुमार

ये हुई बरामदगी

एक लैपटाप, 3315 रुपये, 23 मोबाइल, चार एटीएम, आठ सिम कार्ड, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक श्रम कार्ड, एक पैन ड्राइव, एक ओटीजी डिवाइस, एक स्मार्ट वाच, चार फाइल, बाइक बरामद। 

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