आइआरसीटीसी हमसफर, राजधानी समेत वीआइपी ट्रेनों में भोजन की गुणवत्ता में करेगी सुधार

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RGAन्यूज़

हमसफर राजधानी समेत वीआइपी ट्रेनों में यात्रियों के भोजन की गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके लिए आइआरसीटीसी अपने सभी बेस किचन में फूड सेफ्टी सुपरवाइजर की नियुक्ति करेगा। ये किचन के कच्चे माल की गुणवत्ता को चेक करेंगे और भोजन पकने के बाद भी उसकी क्वालिटी को चेक करेंगे।

 

भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम उपभोक्ता संतुष्टि के लिए सर्वे कराने की योजना पर भी काम कर रहा है।

प्रयागराज, । वीआइपी ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही उनके भोजन के स्वाद और गुणवत्ता में अब और अधिक सुधार करने के लिए भारतीय रेलवे प्रयासरत है। यानी सफर के दौरान स्वादिष्ट और लजीज भोजन का आनंद आप और बेहतर तरीके से उठा सकेंगे। इसके लिए भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) ने तैयारी शुरू कर दी है

वीआइपी ट्रेनों में आइआरसीटीसी अपने बेस किचन में फूड सेल्‍टी सुपरवाइजर नियुक्‍त करेगा

हमसफर, राजधानी समेत वीआइपी ट्रेनों में यात्रियों के भोजन की गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके लिए आइआरसीटीसी अपने सभी बेस किचन में फूड सेफ्टी सुपरवाइजर की नियुक्ति करेगा। यह सुपरवाइजर न सिर्फ किचन के कच्चे माल की गुणवत्ता को चेक करेंगे बल्कि भोजन पकने के बाद भी उसकी क्वालिटी को चेक करेंगे। शानदार और स्वादिष्ट भोजन ही यात्रियों को परोसा जाएगा।

भाेजन की गुणवत्‍ता की यात्रियों से लेंगे

सुपरवाइजर द्वारा भोजन की गुणवत्ता को चेक करने के साथ ही ट्रेन में यात्रियों से भोजन की गुणवत्ता से संबंधित फीडबैक भी ली जाएगी। यानी उनसे खाने के स्वाद उसकी गुणवत्ता के बारे में पूछा जाएगा। यात्री का जो फीडबैक होगा उसे रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। उसी के आधार पर आगे की व्यवस्थाओं को संचालित किया जाएगा। जैसे अगर किसी मामले में शिकायत आती है तो उसमें सुधार की प्रक्रिया शुरू की जा

लैब टेस्टिंग में कच्‍चा व पका भोजन की जांच की जाएगी

भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम उपभोक्ता संतुष्टि के लिए सर्वे कराने की योजना पर भी काम कर रहा है। यह थर्ड एजेंसी के माध्यम से ट्रेन के अंदर यात्रियों से पूछताछ कर किया जाएगा। हालांकि अभी मोबाइल के जरिए फीडबैक लेने की तैयारी की गई है। मोबाइल के माध्यम से यात्री अपना फीडबैक दे सकेंगे। इसके अलावा भोजन की गुणवत्ता चेक करने के लिए लैब टेस्टिंग भी की जाएगी। लैब टेस्टिंग में कच्चा व पका हुआ भोजन दोनों का टेस्ट 

ट्रेन में मिलने लगा है भोजन

कोरोना लॉकडाउन के बाद से ट्रेनों में बंद हुई कैटरिंग की सेवा धीरे-धीरे बहाल हो गई है। 15 फरवरी से सभी ट्रेनों में कैटरिंग की सुविधा शुरू हो गई है। यात्रियों को ट्रेन के अंदर ही भोजन परोसा जा रहा है। लंबे समय से ट्रेन के अंदर पका हुआ भोजन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा था। यात्री इसके लिए लगातार मांग कर रहे थे। अब ट्रेनों का संचालन जब सामान्य हुआ तो धीरे-धीरे कैटरिंग की सेवा को बहाल किया गया। उसी क्रम में 15 फरवरी से सभी ट्रेनों में यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें अब गुणवत्ता में सुधार करने व बढ़ाने की व्यवस्था

आरआरसीटीसी के पीआरओ ने कहा

आइआरसीटीसी के पीआरओ आनंद झा ने बताया कि ट्रेन में अभी भी गुणवत्ता पूर्ण भोजन ही परोसा जा रहा है। इस भोजन की गुणवत्ता को और बढ़ाने व सुधार के साथ बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हम और कुछ बदलाव कर रहे हैं। देश भर में हमारे 46 बेस किचन है। इन सभी में भोजन की गुणवत्ता पहले से अधिक बेहतर होगी। जल्द ही फूड सुपरवाइजर व भोजन की जांच करने वाली एजेंसी पुनः काम करने लगेगी। फिलहाल सभी ट्रेनों में 15 फरवरी से ही भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

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