यूक्रेन से लौटे इमरान और तौहीद बोले- शुक्र है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का, जिनकी वजह से रूस ने रोका था युद्ध

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RGAन्यूज़

Russia Ukraine Conflict सही सलामत वतन वापसी कर यूक्रेन से लौटे बदायूं के मेडिकल छात्रों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है।उनकी मानें ताे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से ही वह सही सलामत भारत लौट पाए ह

यूक्रेन से लौटे इमरान और तौहीद बोले- शुक्र है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का, जिनकी वजह से रुका था युद्ध

बरेली, : बदायूं के इस्लामनगर निवासी तीनों मेडीकल छात्र यूक्रेन से सकुशल अपने घर वापस पहुंच गए हैं। तीनों छात्रों के घरों पर कस्बे के लोगों सहित रिश्तेदारों का आने सिलसिला लगा हुआ है। इमरान और तोहिद आलम घर पहुंचे, जबकि अकील पहले ही घर पहुंच गया था। स्वजन के बीच पहुंचे तीनों छात्र काफी खुश हैं। को इमरान और तोहिद आलम ने बताया कि अच्छे माहौल में पढ़ाई कर रहे थे। पता नही था कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहा मनमुटाव युद्ध में बदल जाएगा।

छात्रों ने बताया कि 20 फरवरी को भारतीय दूतावास से संदेश भी मिला था। लेकिन हम लोग यह नही समझ पाए कि युद्ध होने पर हम लोग फंस जायेंगे। शुक्र है हमारे देश प्रधानमन्त्री मोदी जी का कि उनकी वार्ता के बाद भारतीय छात्रों के निकलने के लिए रूस और यूक्रेन ने लगभग 6 से 8 घंटे युद्ध विराम कर दिया। और भारतीय छात्र हिम्मत करके पौलेन्ड और हंगरी बोर्डर की तरफ सुविधा अनुसार निकल गए। जो हिम्मत नही कर सके ऐसे कुछ छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। गनीमत रही कि हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री मोदी जी की वजह से सही सलामत अपने वतन वापस आ गए

सभी छात्र हाॅस्टल में एक साथ एक राय होकर ही बस से हम लोग निकल सके। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि यूक्रेन से हंगरी तक रूस और यूक्रेन की सेना ने तिरंगा देख कर कुछ भी नही कहा और रास्ते में बस खराब होने पर मदद करने को कहा तो लगा तिरंगा ही हमारा सुरक्षा कवच है।

भारत सरकार और दूतावास देते रहे मदद

हंगरी में ही दूतावास की तरफ से खाना-पीना सुख सुवधा उपलब्ध कराई। और हंगरी से ही भारत सरकार ने मुबंई के लिए और मुबंई से दिल्ली के लिए भी भारत सरकार की तरफ से ही फ्लाइट दी गई। जैसे ही हम देहली एयरपोर्ट उतरे तो दिल्ली में ही यूपी दूतावास में सभी सुविधा मिली और उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी जी की तरफ से छात्रों के लिए कार की व्यवस्था थी। यूपी भवन से एक इनोवा कार में 4 छात्रों के लिए घर तक के लिए गाड़ी दी गई। लेकिन यूपी भवन पर स्वजन भी पहुंच गए। तो हम अपनी ही गाडी से घर आ गए।

तोहिद आलम की तो 2 महीने की ही पढ़ाई ही रह गई। मई में ही डिग्री भी मिल जाती, उसके बाद भारत में ही एमसीआई पेपर क्लीयर कर इन्टर्नशिप करना ही बाकी था। रविवार को घर पहुंचे अकील उसामा ने भी प्रधानमंत्री मोदी जी की तारीफ की थी। इमरान और तोहिद आलम ने भी कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी जी की तारीफ करते हुए कहा कि विदेश में भी देश की शान भारतीय तिरंगा ही सुरक्षा कवच बना।

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