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LIVE Karhal Election Result 2022 Vote Counting News Updates उत्तर प्रदेश चुनाव की हॉट सीट रही करहल पर पहले राउंड से ही समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव बढ़त बनाए हुए रहे। शुरुआत से लेकर आखिरी राउंड तक मुकाबला एकतरफा ही नजर
LIVE Karhal Election Vote Counting Result 2022: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल सीट पर अच्छी खासी जीत हासिल की है
आगरा,। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मतगणना में शाम छह बजे तक अधिकांश सीटों के नतीजों सामने आ चुके हैं। प्रदेशभर में जहां भारतीय जनता पार्टी की लहर चली, वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, मैनपुरी जिले की जिस करहल सीट से चुनाव लड़ रहे थे, वहां अकेली 'साइकिल' ही चली। भाजपा प्रत्याशी व केंद्रीय कानून राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल हर राउंड में पीछे ही रहे
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव करहल सीट से चुनाव लड़ रहे थे और उनके मुकाबले को भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय कानून राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा था। मतगणना के दिन शुरुआती रुझानों को देखकर ही यह स्पष्ट होने लगा था कि अखिलेश के साम्राज्य को उनके गढ़ में कोई दूसरा दल चुनौती नहीं दे सकता। पहले ही राउंड की मतगणना में अखिलेश बड़ी बढ़त लेकर आगे निकल गए
अखिलेश ने रचा जीत का इतिहास
मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट पर अखिलेश यादव ने 66782 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। यह जिले के विधानसभा चुनावाें के इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 2017 के चुनाव में सपा के सोबरन सिंह यादव के नाम 38405 वोटों के अंतर से जीत का रिकार्ड था। सपा मुखिया अखिलेश यादव को चुनाव में 147237 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी एसपी सिंह बघेल को 80455 वोट हासिल हुए। इस विधानसभा सीट पर सभी 34 राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है। अभी प्रमाण पत्र जारी नहीं
करहल बन गई थी प्रदेश की हॉट सीट
करहल का चुनावी मैदान इस बार सरगर्मियों में रहा। बड़े-बड़े नेताओं की जनसभाएं यहां हुईं। यहां तक कि नेताजी मुलायम सिंह यादव ने भी इस चुनाव में अपनी पहली जनसभा करहल में की। वे लंबे समय के बाद राजनीतिक मंच पर प्रकट हुए। सैफई से चंद किलोमीटर की दूरी पर करहल का मैदान फतेह कर पाना दूसरे दलों के लिए मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन रहा। दूसरे दलों के प्रत्याशी तो नामांकन के समय ही किनारा कर गए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रो. एसपी सिंह बघेल आखिरी समय तक मोर्चा लेते रहे। प्रचार के दौरान टकराव की घटनाएं भी हुईं लेकिन भगवा खेमा हिम्मत न