ज्ञान की गंगा देखनी हो तो अलीगढ़ में होने वाले महायज्ञ में ज़रूर पहुंचे, ये कार्यक्रम भी होंगे खास

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RGAन्यूज़

अलीगढ़ में 24 मार्च से महायज्ञ की शुरूआत हो रही है जिसमें धर्म ज्ञान और संस्कृति की छंटा देखने को मिलेगी। महायज्ञ में जन-जन के अंदर चेतना का संचार करने के साथ ही बच्चों के लिए विशेष सत्र भी आयोजित होगा। महायज्ञ में हरिद्वार से ये विद्वान पधार

महायज्ञ के विषय में जानकारी देते आयो

अलीगढ गायत्री शक्तिपीठ, अलीगढ़ एवं शांतिकुंज हरिद्वार की ओर से अलीगढ़ ने जिरौली हीरा सिंह गांव में 51 कुंडीय विशाल महायज्ञ होगा। इस विशाल महायज्ञ में 70 गांव के लोग जुटेंगे। महायज्ञ के माध्यम से जन-जन के अंदर चेतना का संचार किया जाएगा। इस महायज्ञ में बच्चों के लिए भी दो दिन विशेष सत्र रहेगा। जिससे उनके अंदर भी संस्कार का बीजारोपण हो सके।

रामघाट रोड पर पराग डेयरी स्थित एक गेस्ट हाउस में आयोजक एसपी सिंह ने बताया कि अकराबाद क्षेत्र के गांव जिरौली हीरा सिंह में चार दिवसीय महायज्ञ 24 मार्च को प्रारंभ होगा। 27 को पूर्णाहुति है। पहले दिन विशल शोभायात्रा निकाली जाएगी। शेष दिन देवपूजन, संगीत, कार्यकर्ता गोष्ठी, सामूहिक जाप, विभिन्न 

योगेंद्र पाल सिंह ने कहा कि महायज्ञ में शांतिकुंज हरिद्वार के विद्वान, संतों की टोली आ रही है, जो अपने प्रवचनों से हम सभी को ज्ञान की गंगा में डूबो देगी।

ठा. शैलेंद्रपाल सिंह ने कहा कि महायज्ञ में विश्व शांति की कामना की जाएगी। जिससे दुनिया में सुख-समृद्धि आए।

उदय प्रकाश सिंह ने सभी से अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में महायज्ञ में पहुंचे, जिससे धर्म और संस्कृति के प्रति लोग जागरूक हो सकें

मनोज सिंह जादौन ने कहा कि नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ने के लिए आज इस तरह के आयोजनों की बहुत आवश्यकता है।

विशल शोभायात्रा निकाली जाएगी

अलीगढ़ के अकराबाद क्षेत्र में चार दिवसीय महायज्ञ 24 मार्च को प्रारंभ होगा। पहले दिन विशल शोभायात्रा निकाली जाएगी। चार दिवसीय महायज्ञ में देवपूजन, संगीत, कार्यकर्ता गोष्ठी, सामूहिक जाप, विभिन्न संस्कार आदि के कार्यक्रम होंगे।

51 कुंडीय विशाल महायज्ञ में 70 गांव के लोग जुटेंगे

अलीगढ़ में 51 कुंडीय विशाल महायज्ञ होगा जिसमें 70 गांव के लोग जुटेंगे। महायज्ञ के माध्यम से जन-जन के अंदर चेतना का संचार किया जाएगा। इस महायज्ञ में बच्चों के लिए भी दो दिन विh ukशेष सत्र रहेगा। जिससे उनके अंदर भी संस्कार का ब

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