तीन वर्ष में नहीं बना पाए सात किलोमीटर का बाईपास, ये है अफसरों की कार्यप्रणाली

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

यूपी के जनपद अलीगढ़ और हाथरस के लिए अलीगढ़ कानपुर हाइवे तैयार होने से लोगों को फायदा होगा। लोग जाम से बच सकेंगे मगर ऐसा नहीं हो पा रहा है। सिकंदराराऊ के बाईपास की आस तीन वर्ष में भी पूरी नहीं हो सक

सिकंदराराऊ कस्बे में निर्माणाधीन बाईपास का काम कछुआ गति से चल रहा 

हाथरस,। सिकंदराराऊ के बाईपास की आस तीन वर्ष में भी पूरी नहीं हो सका है। अलीगढ़-टू-कानपुर हाइवे के चौड़ीकरण के तहत सिकंदराराऊ कस्बे में निर्माणाधीन बाईपास का काम कछुआ गति से चल रहा है। हाइवे बनने के बाद वाहन फर्राटा भर रहे हैं, लेकिन सिकंदराराऊ का जाम वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा रहा है। बाईपास न होने के कारण सिकंदराराऊ में दिनभर जाम लगा रहता है। इससे राहगीर और स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। लोग नव निर्वाचित विधायक से उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द यह काम पूरा कराया जाए। 

280 किमी बन रहा सिक्सलेन

अलीगढ़ से कानपुर तक मार्ग की लंबाई 280 किमी है। यह अलीगढ़, सिकंदराराऊ, हाथरस, एटा, फर्रुखाबाद, कन्नौज होते हुए कानपुर पहुंचता है। एनएच-91 में आने वाला अलीगढ़-कानपुर सिक्सलेन हाथरस के सिकंदराराऊ होकर एटा की ओर से निकल रहा है। मगर सात किलोमीटर का बाईपास का निर्माण पूरा न होने के कारण वाहन फर्राटा नहीं भर पा रहे हैं। 

तीन वर्ष में नही

सिकंदराराऊ में अक्सर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए सिक्स लेन पर एक बाईपास सिकंदराराऊ से पहले रतनपुर से इकबालपुर होते हुए एटा से निकल रहा है। तीन साल पहले इस पर काम शुरू कर दिया गया था। मगर वर्ष 2019 से लेकर 2022 तक सात किलोमीटर का बाईपास पूरा नहीं हो सका है। 

सिकंदराराऊ में जाम की समस्या गंभीर है। चाहे पंत चौराहा हो या फिर रेलवे फाटक। दिनभर जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। अगर बाईपास का काम पूरा हो जाए तो जाम की समस्या से निजात मिल सकती है। 

जयपाल सिंह चौहान, तहसील अध्यक्ष व्यापार मंडल। 

भारी वाहनों से सिकंदराराऊ कस्बे में होकर गुजरने पर जाम की समस्या बरसों से बनी है। उम्मीद थी कि सिकंदराराऊ में बाईपास बनने के बाद जाम की समस्या से हर हाल में मुक्ति मिल जाएगी, मगर ऐसा नहीं हो सका। 

संजीव महाजन, व्यापारी। 

गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए यहां जनप्रतिधि और अधिकारियों को गंभीरता दिखाने की जरूरत है, क्योंकि जो काम जल्दी हो जाना चाहिए उसमें तीन साल क्यों लग रहे हैं। इस पर हमें सोचना होगा। 

विपिन वाष्र्णेय, व्यापारी नेता। 

सासनी-सादाबाद को भी बाईपास की दरकार 

जनपद में जाम की समस्या अकेले सिकंदराराऊ में ही नहीं बल्कि सासनी और सादाबाद में भी है। इसलिए यहां भी बाईपास की जरूरत है। आगरा से अलीगढ़ हाइवे पर दौड़ते वाहन स्वामियों को सासनी और सादाबाद में ब्रेक लगाने पड़ते हैं। अगर सासनी को अगर एक बाईपास मिल जाए तो जाम की समस्या से निजात मिल सकता ह

सिकंदराराऊ के बाईपास के काम धीमी गति से चल रहा है इसके लिए मैं व्यक्तिगत विभाग के अधिकारियों से बातचीत करूंगा। एचएचएआइ को भी पत्र लिखकर निर्माण को जल्द पूरा कराऊंगा, ताकि सिकंदराराऊ में जाम की समस्या से निजात मि

  •  

 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.