विहिप के अंतरराष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष चंपतराय ने बताया, कैसे मिली श्रीराम मंदिर आंदोलन में सफलता

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RGAन्यूज़

विहिप के अंतरराष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष चंपतराय ने कहा बड़े काम सरकार की कृपा पर नहीं खुद के भरोसे होते हैं। अयोध्‍या मंदिर आंदोलन इसका प्रमुख उदाहरण है। कृपा से कोई काम नहीं होता बल्कि विरोध में अच्‍छे काम होते हैं। उपाध्‍यक्ष सेवा प्रकल्प की नींव रखने के अलीगढ़ आए हुए

विहिप के अंतरराष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष चंपतराय ने मंदिर आंदोलन की दी जानकारी

अलीगढ़। विहिप के अंतरराष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष चंपतराय ने कहा बड़े काम सरकार की कृपा पर नहीं, खुद के भरोसे होते हैं। अयोध्‍या मंदिर आंदोलन इसका प्रमुख उदाहरण है। कृपा से कोई काम नहीं होता बल्कि विरोध में अच्‍छे काम होते हैं।  उपाध्‍यक्ष चंपतराय  सेवा प्रकल्प की नींव रखने के अलीगढ़ आए हुए हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय तालानगरी के रसिक टावर अपार्टमेंट में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने संबोधन में श्रीराम मंदिर आंदोलन से लेकर मंदिर निर्माण तक के सफर की संघर्ष व सफलता की बातों साझा किया

सरकार की कृपा के आधार पर कभी कोई काम शुरू नहीं कियाः चंपत राय

विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष व रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास अयोध्या के महासचिव चंपत राय ने श्रीराम मंदिर आंदोलन से लेकर मंदिर निर्माण तक के सफर की बातों को साझा करते हुए कहा कि हमने सरकार की कृपा के आधार पर कभी कोई काम शुरू नहीं किया। विरोधियों ने किया था। सरकारें हमारे अनुकूल नहीं थीं, तब भी काम किए। इसमें लोगों का सहयोग रहा। चार लोगों को जो काम अच्छा लगता हो, वह करें। पर , उतना जितना कर सकते हों। उतने पांव पसारिये जितनी लंबी सौर। सहयोगियों की संख्या बढ़ाते रहें तो काम भी बढ़ता जाएगा। यह हमारा सिद्धांत रहा। ताला नगरी स्थित रसिक टावर अपार्टमेंट में आयोजित अभिनंदन समारोह में उन्होंने बताया कि अगले साल तक श्रीराम मंदिर निर्माण पूरा हो जाएगा। वे यहां छर्रा के गांव खुलावली में विहिप द्वारा खोले जा रहे आश्रम पद्धति के विद्यालय की नींव रखेंगे। इसके बाद श्रीमद्भावगथा म

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