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RGAन्यूज़
अलीगढ़ के गांव देहात में घपले-घोटाले किसी से छिपे नहीं है। अब बिजौली ब्लाक के हरदोई में भी हैंडपंप रीबोर व मरम्मतीकरण में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां पर निजी लोगों के फायदे के लिए हैंडपंप लगवा दिए गए। पुराने हैंडपंपों के अवशेषों को गा
बिजौली ब्लाक के हरदोई में भी हैंडपंप रीबोर व मरम्मतीकरण में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।
अलीगढ़, गांव देहात में घपले-घोटाले किसी से छिपे नहीं है। अब बिजौली ब्लाक के हरदोई में भी हैंडपंप रीबोर व मरम्मतीकरण में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां पर निजी लोगों के फायदे के लिए हैंडपंप लगवा दिए गए। पुराने हैंडपंपों के अवशेषों को गायब कर दिया गया। शिकायत के बाद डीपीआरओ ने जांच की तो पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया। अब प्रधान व सचिव पर 4.28 लाख का गबन तय किया गया। वहीं, अन्य निर्माण कार्यों में भी अनियमितताएं मिली हैं। अब प्रधान व सचिव को नोटिस जारी किया जा रहा है
एटा सांसद ने लिखा था पत्र
हरदोई के कुछ लोगों ने पिछले दिनों एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया को एक शिकायती पत्र दिया था। इसके माध्यम से उन्होंने ग्राम पंचायत में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 15वें वित्त आयोग व राज्य वित्त आयेाग के बजट में अनियमिताओं का आरोप लगाया था। एटा सांसद ने 31 मार्च को इसका संज्ञान लेते हुए सीएम को पत्र लिखा। इसके बाद वहां से डीएम को पत्र भेजा गया। डीएम ने सीडीओ को जांच के निर्देश दिए। अब सीडीओ के निर्देश पर 16 अप्रैल को डीपीआरओ ने गांव का निरीक्षण किया। इसमें विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन किया गया। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता भी देखी गई। इसमें हैंडपंप रीबोर व मरम्मतीकरण में कुल 4.29 लाख का गबन मिला।इ सके लिए ग्राम प्रधान जलधारा देवी व सचिव धर्मपाल सिंह को उत्तरदायी मानाा गया है
इस तरह हुईं अनियमितताएं
डीपीआरओ की जांच में सामने आया कि हरदोई में प्रेमपाल सिंह के घर के पास हैंडपंप रीबोर के लिए 32123 रुपये की धनराशि खर्च की गई, लेकिन पुराने हैंडपंप के अवशेष नहीं मिले। इसी तरह बाबा की मठिया के पास हैंडपंप रीबोर में 32224 रुपये की धनराशि खर्च हुई, लेकिन यहां भी पुराने हैंडपंप के अवशेष नहीं हैं। सोरन सिंह के घर के पास हैंडपंप रीबोर के लिए 32324 रुपये निकाल गए, लेकिन यह हैंडपंप व्यक्तिगत फायदे के लिए लगा है। गांव में कल्याण सिंह के घर के पास भी एक हैंडपंप लगा है,। इसके लिए कुल 32 हजार रुपये खर्च हुए, लेकिन यह पूरी तरह से अनुपयोगी व व्यक्तिगत है। मानसिंह के घर के पास हैंडपंप रीबोर पर 32 हजार रुपये खर्च किए गए। इसमें 18 हजार की सामग्री व 14 हजार की श्रमांश शामिल है, लेकिन यह हैंडपंप निजी घर के अंदर लगा हुआ है। कुमरसैन के घर के पास 32624 रुपये में हैंडपंप रीबोर हुआ है। इसके भी मौके पर अवशेष नहीं मिले। सूरजपाल बघेल के घर के पास 32524 रुपये में हैंडपंप रीबोर हुआ, लेकिन इसके अवशेष उखाड़ कर कहीं अन्य स्थान पर रख दिए गए हैं। हजारीलाल के घर पर लगे हैंडपंप पर 32 हजार खर्च दिखाए गए हैं, जबकि हैंडपंप रीबोर नहीं हुआ।
अन्य कामों में भी मिली अनियमितताएं
हैंडपंप रीबोर के अलावा अन्य कामों में भी काफी अनियमितताएं मिली हैं। प्राथमिक विद्यालय में दिव्यांग शौचालय के निर्माण पर कुल 78हजार रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन यहां रेलिंग व हैंडरेल नहीं है। शौचालय अनुपयोगी है। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालय में भी एक दिव्यांग शौचालय अनुपयोगी है।
शिकायत के बाद गांव में जांच कराई गई थी। इनमें काफी अनियमिताएं मिली हैं। प्रधान को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की ज
अंकित खंडेलवाल, मुख्य विकास अधिकारी
जनता के हित के लिए गांव में हैंडपंप लगाए गए हैं। मौके पर सभी हैंडपंप मौजूद हैं। जांच में भी सभी हैंडपंपों को दिखाया गया। रिकवरी के संबंध में कोई जानकारी नही है