अलीगढ़ के 56 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों का भविष्‍य अधर में, क्‍या है मामला, पढ़ें विस्‍तृत खबर

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RGAन्यूज़

यूपी बोर्ड की लिखित परीक्षा के बाद प्रयोगात्मक परीक्षाएं 28 अप्रैल से जिले में शुरू कराई गई हैं। यह पहली बार हो रहा है कि जब प्रैक्टिकल के लिए भी केंद्र निर्धारित किए गए हैं। मगर परीक्षकों के न आने से विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल फिलहाल अटके ही हैं

परीक्षकों के न आने से विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल फिलहाल अटके ही हैं।

अलीगढ़,। यूपी बोर्ड की लिखित परीक्षा के बाद प्रयोगात्मक परीक्षाएं 28 अप्रैल से जिले में शुरू कराई गई हैं। यह पहली बार हो रहा है कि जब प्रैक्टिकल के लिए भी केंद्र निर्धारित किए गए हैं। मगर परीक्षकों के न आने से विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल फिलहाल अटके ही ह

भौतिक विज्ञान के प्रैक्टिस अटके

भौतिक विज्ञान विषय के परीक्षकों के न आने से परीक्षार्थियों के प्रैक्टिकल नहीं कराए जा सके। अभी भी करीब 56 हजार विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल होने बाकी हैं, जबकि चार मई तक ही अंतिम तिथि है।जिले में फिजिक्स व केमिस्ट्री के 33124 परीक्षार्थियों के प्रैक्टिकल होने हैं। बायाेलाजी के 20 हजार विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल कराए जाने हैं। संगीत वादन के 232, गायन के 150, कंप्यूटर के 300, सैन्य विज्ञान 529, कृषि के दो हजार विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल होने हैं। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि भौतिक विज्ञान के छह परीक्षकों के न आने पर इनकी रिपोर्ट बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ भेज दी गई थी। वहां से नए परीक्षकों के नाम भेज दिए गए हैं। सभी के प्रैक्टिकल समय से कराए जाएंगे। बताया कि शुक्रवार को 33 केंद्रों पर करीब 9500 परीक्षार्थियों ने प्रैक्टिकल दिया। शनिवार को 41 केंद्रों पर लगभग नौ हजार परीक्षार्थियों ने प्रैक्टकि

भागवत कथा में भक्त हुए भाव विभोर

अलीगढ़: बरला में चल रही श्रीमदभागवत कथा में कथा व्यास जी ने अपने मुखार बिंदु से रसपान कराते हुए बताया कि भागवत कथा सुनने मात्र से व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं। भागवत हमें जीवन के आचरण व जीवन जीना सिखाती है। माता-पिता ही भगवान रुपी होते हैं। हमें इनकी सेवा करनी चाहिए। कभी इनका दिल न दुखे। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने पिता के वचनों की खातिर चौदह वर्ष वन में बिताये। इसलिए मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाये। भगवान श्रीकृष्ण ने पापियों का विनाश किया। महाभारत में धर्म के पथ पर चलने वाले पांडवों का साथ दिया और जीत दिलाई। कथा सुनने वालों में रोहित कुमार, कल्याण सिंह, सचिन, 

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