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यूपी के अलीगढ़ में अदालत ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज में एमबीबीएस के विद्यार्थियों को देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक पाठ पढ़ाने के आरोपित असिस्टेंट प्रोफेसर डा. जितेंद्र कुमार की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज की
अदालत ने आपत्तिजनक पाठ पढ़ाने के आरोपित की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज की है।
अलीगढ़,। जिला जज डा बब्बू सारंग की अदालत ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज में एमबीबीएस के विद्यार्थियों को देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक पाठ पढ़ाने के आरोपित असिस्टेंट प्रोफेसर डा. जितेंद्र कुमार की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज की है। बिहार के समस्तीपुर के थाना विभूतिपुर के मिश्रोलिया निवासी असिस्टेंट प्रोफेसर डा. जितेंद्र ने पांच अप्रैल को एमबीबीएस 2019 बैच के विद्यार्थियों को कक्षा में प्रोजेक्टर के जरिए दुष्कर्म विषय पर देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक बातें पढ़ाई थीं। एक छात्रा के ट्वीट करने के बाद मामला गरमा गया, जिसके बाद इंतजामिया ने डा. जितेंद्र को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए निलंबित कर दिया था
दायर की थी अग्रिम जमानत याचिका
छह अप्रैल को भाजपा नेता निशित शर्मा ने डा. जितेंद्र के खिलाफ सिविल लाइन थाने में धार्मिक भावनाओं को आहत करने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कराया। डीजीसी धीरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि आरोपित जितेंद्र ने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी, जो अदालत ने निरस्त कर दी। सभी साक्ष्य एकत्रित किए, अभियोजन की राय बाकी डा. जितेंद्र पर दर्ज मुकदमे की विवेचना मेडिकल चौकी प्रभारी नौशाद
शीघ्र दाखिल होगी चार्जशीट
विवेचक ने डा जितेंद्र को पूछताछ के लिए भी बुलाकर विवेचना में सहयोग करने संबंधी नोटिस भी तामील कराया था। इसके बाद पीपीटी, पेन ड्राइव व अन्य साक्ष्य एकत्रित किए गए। इस दौरान पुलिस ने कक्षा में मौजूद 10 छात्रों व तीन स्टाफ के सदस्यों के भी बयान दर्ज किए हैं। सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय ने बताया कि विवेचना के दौरान साक्ष्य एकत्रित करने का काम पूरा हो गया है। अब अभियोजन की राय ली जाएगी, जिसके बाद मामले में चार्जशीट दाखिल
सपा नेत्री ने दिया था आपत्तिजनकर बयान
सपा नेता रुबीना खानम ने अपने प्रेजेंटेशन में हिन्दू देवी देवताओं का घोर अपमान करने वाले एएमयू के असिस्टेंट प्रोफेसर जितेंद्र कुमार की ज़ुबान काटने वाले को 50000 का इनाम देने की घोषणा की। रुबीना खानम ने कहा कि किसी भी धर्म या उसके आराध्य का अपमान मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती। मेरे हिन्दू भाइयो की आस्था को बहुत ही नीचता से अपमानित किया गया है। दूसरोें की धार्मिक भावनाओं को कुचलकर अपमान करने वाले की ज़ुबान काट देनी चाहिये ताकि समाज में एक नज़ीर कायम हो और किसी की धार्मिक भावनाओ का कोई अपमान करने की जुर्रत न करे । एएमयू वीसी को तुरंत इस मानसिक बीमार आदमी को